Aaj Ka Panchang: आज सूर्योदय सुबह 5:53 बजे और सूर्यास्त शाम 6:49 बजे होगा. चंद्रमा का उदय रात 11:52 बजे और चंद्रास्त सुबह 9:01 बजे होगा.
Aaj Ka Panchang: आज शुक्रवार को वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि है. विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु के अनुसार, यह दिन ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्त्व रखता है. चंद्रमा आज वृश्चिक राशि में सुबह 8:21 तक रहेगा और इसके बाद धनु राशि में प्रवेश करेगा. नक्षत्र की बात करें तो सुबह 8:21 तक ज्येष्ठा नक्षत्र रहेगा और फिर मूल नक्षत्र प्रभाव में आएगा. यह परिवर्तन दिन को और भी प्रभावशाली बनाता है.
आज सूर्योदय सुबह 5:53 बजे और सूर्यास्त शाम 6:49 बजे होगा. चंद्रमा का उदय रात 11:52 बजे और चंद्रास्त सुबह 9:01 बजे होगा. पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि शाम 5:07 बजे तक है, इसके बाद षष्ठी तिथि प्रारंभ हो जाएगी. करणों में तैतिल और शिव का योग रहेगा. योग की बात करें तो परिघ योग रात्रि 1:04 बजे तक प्रभाव में रहेगा.
दैनिक जीवन में शुभ कार्यों के लिए मुहूर्त अत्यंत महत्त्वपूर्ण होते हैं. आज का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:55 से 12:46 तक रहेगा, जबकि विजय मुहूर्त दोपहर 2:30 से 3:22 तक शुभ माना गया है. वहीं, ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:24 से 5:08 तक, और गोधूलि मुहूर्त शाम 6:47 से 7:10 तक रहेगा. इस दौरान किए गए कार्य शुभ फलदायी होते हैं.
शुक्रवार होने के कारण आज देवी लक्ष्मी की विशेष आराधना का दिन है. विशेष रूप से व्यापारी वर्ग के लिए यह दिन अत्यंत लाभकारी माना गया है. परंतु राहुकाल सुबह 10:44 से दोपहर 12:21 तक रहेगा, इस समय किसी भी प्रकार के नए कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए. इसी प्रकार यमगण्ड काल दोपहर 3:35 से शाम 5:12 तक और गुलिक काल सुबह 7:30 से 9:07 तक रहेगा.
आज का दिशाशूल पश्चिम दिशा में है, अतः इस दिशा में यात्रा करने से पूर्व हनुमान जी का स्मरण कर या गुड़ का सेवन कर निकलना लाभदायक रहेगा. वहीं, गण्ड मूल दोष आज पूरे दिन प्रभावी रहेगा, जो विशेष सतर्कता की मांग करता है. इसके साथ ही अशुभ समय यानी दुर्मुहूर्त भी दो बार रहेगा, सुबह 8:28 से 9:20 तक और दोपहर 12:46 से 1:38 तक.
तिथि | पञ्चमी – 05:07 पी एम तक, फिर षष्ठी प्रारंभ |
नक्षत्र | ज्येष्ठा – 08:21 ए एम तक, फिर मूल नक्षत्र |
योग | परिघ – 01:04 ए एम (19 अप्रैल) तक, फिर शिव |
करण | तैतिल – 05:07 पी एम तक, फिर गर – 05:48 ए एम (19 अप्रैल) तक |
वार | शुक्रवार |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
सूर्योदय | 05:53 ए एम |
सूर्यास्त | 06:49 पी एम |
चन्द्रोदय | 11:52 पी एम |
चन्द्रास्त | 09:01 ए एम |
चन्द्र राशि | वृश्चिक – 08:21 ए एम तक, फिर धनु |
सूर्य राशि | मेष |
सूर्य नक्षत्र | अश्विनी |
ऋतु | वसन्त (द्रिक व वैदिक दोनों) |
अयन | उत्तरायण (द्रिक व वैदिक दोनों) |
अभिजित मुहूर्त | 11:55 ए एम – 12:46 पी एम |
राहुकाल | 10:44 ए एम – 12:21 पी एम |
यमगण्ड | 03:35 पी एम – 05:12 पी एम |
गुलिक काल | 07:30 ए एम – 09:07 ए एम |
दुर्मुहूर्त | 08:28 ए एम – 09:20 ए एम, 12:46 पी एम – 01:38 पी एम |
वर्ज्य | 05:01 पी एम – 06:45 पी एम |
गण्ड मूल | पूरे दिन |
दिशा शूल | पश्चिम |
ग्रह स्थिति | विक्रम संवत 2082 कालयुक्त / शक संवत 1947 विश्वावसु |
दिनांक | 18 अप्रैल 2025 |
स्थान | नई दिल्ली, भारत |
शुक्रवार का दिन व्यापार, कला, संगीत और सौंदर्य से जुड़े कार्यों के लिए शुभ होता है. आज का दिन गृहस्थ जीवन में सुख, शांति और आर्थिक उन्नति के लिए उपयुक्त है. पंचमी तिथि और ज्येष्ठा नक्षत्र के संयोग से उत्पन्न होने वाला आनंदादि योग ‘चर’ और ‘स्थिर’ श्रेणी में आता है, जो कार्यों की सफलता को सुनिश्चित करता है. तमिल पंचांग के अनुसार भी आज सिद्ध योग और अमृत योग जैसे शुभ संयोग विद्यमान हैं.
इस प्रकार आज का दिन धार्मिक आस्था, साधना, और जीवन की योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक उत्तम अवसर प्रदान करने वाला है. पूजा-पाठ, दान-दक्षिणा और संयमित आचरण से आज के दिन को और भी पुण्यदायी बनाया जा सकता है.
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