Home Entertainment मोबाइल नहीं, अब ये मूवीज बदलेंगी बच्चों की दुनिया-सीखें, सोचें और सपने देखें इन 5 शानदार फिल्मों के साथ!

मोबाइल नहीं, अब ये मूवीज बदलेंगी बच्चों की दुनिया-सीखें, सोचें और सपने देखें इन 5 शानदार फिल्मों के साथ!

by Live Times
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Best Movies for Kids: आज की तेज़ होती टेक्नोलॉजी ने बच्चों का बचपन बदल दिया है. जहां पहले खेल-कूद था, अब स्क्रीन और मोबाइल का कब्जा है. इससे उनकी सेहत और सीखने की क्षमता पर असर पड़ रहा है. ऐसे में कुछ खास फिल्में बच्चों को प्रेरित कर सकती हैं.

Best Movies for Kids: आज की तेज़ होती टेक्नोलॉजी ने बच्चों का बचपन बदल दिया है. जहां पहले खेल-कूद था, अब स्क्रीन और मोबाइल का कब्जा है. इससे उनकी सेहत और सीखने की क्षमता पर असर पड़ रहा है. ऐसे में कुछ खास फिल्में बच्चों को प्रेरित कर सकती हैं.

25-04-25

Best Movies for Kids: बढ़ती टेक्नोलॉजी के साथ आज के जमाने के बच्चो का बचपन भी कहीं खो सा गया है. जहां पहले के समय बच्चे बहुत से खेल खेला करते थे तो वहीं अब सारा दिन फोन में लगे रहते है. जिससे उनकी सेहत पर भी काफी असर पड़ रहा है. लेकिन अगर इसी टेक्नोलॉजी को ठीक से इस्तेमाल करा जाये तो यह वाकई लाजवाब साबित होगी. इसी के चलते आज हम आपको बताएंगे ऐसी 5 फिल्में जिन्हें बच्चो को दिखाने से उनकी फोन की लत भी कुछ देर के लिए छूटेगी और इसके साथ उन्हें कुछ नया सीखने को भी मिलेगी.

स्टेनली का डब्बा

स्टेनली अंधेरी ईस्ट के होली फैमिली हाई स्कूल में पढ़ता है और टिफिन न लाने पर बहाना बनाता है. वह दोस्तों के साथ खाना शेयर करता है, जिससे हिंदी शिक्षक बाबूभाई वर्मा नाराज हो जाते हैं और उसे स्कूल आने से मना कर देते हैं. जब तक वह अपना टिफिन न लाए. देखिए इसका क्या असर होता है स्टेनली, शिक्षकों और उसके दोस्तों पर.

आई एम कलाम

यह फिल्म एक बच्चे के सपने पर आधारित है जिसका नाम छोटू है. छोटू एक गरीब लेकिन होशियार लड़का है जिसे मां ढाबे पर काम करने भेजती है. राष्ट्रपति कलाम से प्रेरित होकर वह बड़ा बनने का सपना देखता है. ढाबे पर लोगों से मिलते हुए उसका जीवन बदलता है. कठिनाइयों में भी वह अपने सपनों के लिए डटा रहता है.

तहान

फिल्म तहान नामक एक आठ वर्षीय लड़के की कहानी है, जो कश्मीर में अपने परिवार के साथ रहता है. दादा की मौत और पिता की गैरहाजरी के बीच उसका पालतू गधा बीरबल भी जमींदार ले जाते हैं. तहान की जिंदगी का मकसद अब सिर्फ बीरबल को वापस लाना है.

निल बटे सन्नाटा

यह फिल्म एक गरीब मां-बेटी की कहानी है, जहां मां बेटी को पढ़ाना चाहती है, मगर बेटी वही करना चाहती है जो मां करती है. मां उसकी खोई उम्मीदों को फिर से जगाने की कोशिश करती है. फिल्म दिखाती है कि सपनों का मर जाना सबसे बड़ा दुख होता है.

फरारी की सवारी

यह फिल्म एक ईमानदार क्लर्क रूसी और उसके बेटे कायो की कहानी है, जिसका सपना क्रिकेटर बनना है. गरीबी और मजबूरियों के बीच रूसी बेटे का सपना पूरा करने के लिए गलत राह चुनता है, जिससे उसकी ज़िंदगी में मुश्किलें बढ़ जाती हैं.

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