Aaj Ka Panchang: आज ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 4:18 से 5:01 तक रहेगा, जबकि अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:53 से 12:45 तक विशेष रूप से शुभ माना गया है.
Aaj Ka Panchang: आज दिनांक 26 अप्रैल 2025, दिन शनिवार है और तिथि है वैशाख माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी. विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु के अनुसार आज का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है. आज त्रयोदशी तिथि प्रातः 8:27 बजे तक रहेगी, इसके बाद चतुर्दशी तिथि का आरंभ हो जाएगा, जो कल अमावस्या की ओर बढ़ेगी. नक्षत्र की बात करें तो सुबह 6:27 बजे तक उत्तर भाद्रपद नक्षत्र रहेगा, इसके बाद रेवती नक्षत्र आरंभ होगा, जो देर रात तक रहेगा. चंद्रमा आज मीन राशि में संचार करेगा और रात्रि 3:39 बजे के बाद मेष राशि में प्रवेश करेगा. सूर्य का संचार आज मेष राशि में ही है तथा वह अश्विनी नक्षत्र के चौथे चरण में स्थित है. आज सूर्योदय प्रातः 5:45 बजे हुआ और सूर्यास्त सायं 6:53 बजे होगा. चंद्रमा कल सुबह 5:03 बजे उदित होगा और आज शाम 5:24 बजे अस्त होगा.
पंचांग के अन्य योगों की बात करें तो आज वैधृति योग प्रातः 8:42 बजे तक है, फिर विष्कम्भ योग आरंभ हो जाएगा. करण में वणिज प्रातः 8:27 बजे तक, फिर विष्टि और शाम 6:40 बजे के बाद शकुनि करण प्रभावी रहेगा. आज का दिन शनिवार है और कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी व त्रयोदशी तिथि के कारण आज शनि देव का विशेष पूजन करने से दोषों से मुक्ति मिल सकती है. आज के दिन का दिशा शूल पूर्व दिशा में है, अतः इस दिशा में यात्रा से बचना शुभ रहेगा.
दिनांक | 26 अप्रैल 2025 (शनिवार) |
तिथि | त्रयोदशी – 08:27 AM तक, फिर चतुर्दशी – 04:49 AM (27 अप्रैल) तक |
मास | वैशाख (पूर्णिमान्त), चैत्र (अमान्त) |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
विक्रम संवत | 2082 कालयुक्त |
शक संवत | 1947 विश्वावसु |
सूर्य राशि | मेष |
चन्द्र राशि | मीन – 03:39 AM (27 अप्रैल) तक, फिर मेष |
नक्षत्र | उत्तर भाद्रपद – 06:27 AM तक, फिर रेवती – 03:39 AM (27 अप्रैल) तक |
योग | वैधृति – 08:42 AM तक, फिर विष्कम्भ |
करण | वणिज – 08:27 AM तक, विष्टि – 06:40 PM तक, फिर शकुनि |
सूर्योदय | 05:45 AM |
सूर्यास्त | 06:53 PM |
चन्द्रोदय | 05:03 AM (27 अप्रैल) |
चन्द्रास्त | 05:24 PM |
राहुकाल | 09:02 AM – 10:40 AM |
गुलिक काल | 05:45 AM – 07:23 AM |
यमगण्ड काल | 01:58 PM – 03:36 PM |
अभिजीत मुहूर्त | 11:53 AM – 12:45 PM |
विजय मुहूर्त | 02:31 PM – 03:23 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:52 PM – 07:14 PM |
भद्रा काल | 08:27 AM – 06:40 PM |
पंचक काल | 05:45 AM – 03:39 AM (27 अप्रैल) |
दिशा शूल | पूर्व दिशा |
गण्डमूल | 06:27 AM – 05:44 AM (27 अप्रैल) |
बाण स्थिति | अग्नि – 10:26 AM तक |
अमृत काल | 01:31 AM – 02:56 AM (27 अप्रैल) |
दुर्मुहूर्त | 05:45 AM – 06:37 AM |
शुभ योग | सिद्ध, सौम्य |
अशुभ योग | धुम्र, मरण, गण्डमूल, भद्रा, पंचक |
आज ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 4:18 से 5:01 तक रहेगा, जबकि अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:53 से 12:45 तक विशेष रूप से शुभ माना गया है. इसके अलावा विजय मुहूर्त 2:31 से 3:23 तक है और गोधूलि मुहूर्त सायं 6:52 से 7:14 तक रहेगा. वहीं, राहुकाल का समय 9:02 से 10:40 बजे तक है, इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए. गुलिक काल सुबह 5:45 से 7:23 तक तथा यमगण्ड काल दोपहर 1:58 से 3:36 तक रहेगा. दुर्मुहूर्त प्रातः 5:45 से 6:37 बजे तक प्रभावी रहेगा, इसलिए अत्यंत आवश्यक कार्यों को इस समय से पहले या बाद में करना लाभकारी रहेगा.
आज का दिन गंडमूल नक्षत्र में गिना गया है जो रात्रि 3:39 बजे तक रहेगा, जिससे कुछ लोगों के लिए यह समय संवेदनशील हो सकता है. वहीं, भद्रा काल प्रातः 8:27 से शाम 6:40 तक रहेगा, इस दौरान मांगलिक कार्य वर्जित माने जाते हैं.
आज के दिन की खास बात यह है कि यह पंचक काल भी है, जो प्रातः 5:45 से लेकर कल सुबह 3:39 बजे तक चलेगा. अतः लकड़ी, शव यात्रा, चटाई, बिस्तर, दक्षिण दिशा की यात्रा जैसे कार्य इस अवधि में न करने की सलाह दी जाती है. बाण स्थिति के अनुसार अग्नि बाण प्रातः 10:26 बजे तक रहेगा, इसलिए घर में अग्नि संबंधित कार्यों में सावधानी बरतनी चाहिए.
संक्षेप में कहें तो शनिवार का यह दिन संयम, सावधानी और धार्मिक अनुशासन के साथ बिताने योग्य है. शनि देव की आराधना से आज के दिन विशेष लाभ मिलने की संभावना है. कोई भी नया कार्य आरंभ करने से पहले शुभ मुहूर्त का विचार अवश्य करें और अशुभ समय से बचें.
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