कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया है. लोग जगह-जगह विरोध जता रहे हैं.
New Delhi: पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घटना पर दुख जताते हुए अमेरिका भी भारत के साथ खड़ा है. अमेरिका ने कहा है कि हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति उनकी गहरी संवेदना है. अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गब्बार्ड ने कहा कि हम पहलगाम में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर किए गए भीषण इस्लामी आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत के साथ एकजुटता से खड़े हैं. मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के सभी लोगों के साथ हैं. हम आपके साथ हैं और इस जघन्य हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को पकड़ने में आपका समर्थन करते हैं. उधर, कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया है.हमले में 26 नागरिकों की जान गई.
आतंकवादी हमला “देश की संप्रभुता और हिंदू समाज” के लिए बड़ी चुनौती
लोगों ने कहा कि अब पाकिस्तान को अपने कुकृत्यों की सजा भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए. विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि पहलगाम की घटना महज एक साधारण आतंकवादी हमला नहीं बल्कि “देश की संप्रभुता और हिंदू समाज” के लिए एक बड़ी चुनौती थी. उन्होंने कहा कि अब सरकार ने सीमा पार की लड़ाई लड़नी शुरू कर दी है और देश को विश्वास है कि जल्द ही अपेक्षित परिणाम देखने को मिलेंगे.
जैन ने लोगों से एकता का आह्वान करते हुए उन्हें सतर्क रहने और अपने समर्थन से सुरक्षा बलों के हाथ मजबूत करने को कहा. सार्क वीजा के तहत भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों के पास देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है. यह समय सीमा शुक्रवार को समाप्त हो रही है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक हमले तेज कर दिए हैं. उधर, बिहार के मधुबनी जिले में प्रधान मंत्री मोदी ने गुरुवार को कहा कि आतंकवाद को कुचल दिया जाएगा.
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