Mumbai Attack: तहव्वुर हुसैन राणा पर NIA लगातार अपना शिकंजा कस रही है. इसी बीच जांच एजेंसी को अदालत ने आतंकी का वॉयस सैंपल लेने की अनुमति दे दी है.
Mumbai Attack: 26/11 हमले का मुख्य आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा (Tahavvur Hussain Rana) के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है. दिल्ली की एक अदालत ने NIA को तहव्वुर का वॉयस सैंपल और हैंडराइटिंग का नमूना लेने की इजाजत दे दी है. न्यायाधीश चंद्रजीत सिंह ने 28 अप्रैल, 2025 को राणा की 12 दिनों के लिए हिरासत को बढ़ा दिया था और अब जज ने जांच एजेंसी की तरफ से दायर एक आवेदन पर 30 अप्रैल को नमूना लेने का आदेश भी पारित कर दिया है. बता दें कि 26/11 के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी के सहयोगी तहव्वुर राणा को भारत लाया गया है और अब कोर्ट ने आतंकवाद के आरोपों के आधार पर मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है.
10 पाकिस्तानी आतंकियों ने किया हमला
आपको बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट ने 4 अप्रैल, 2025 को भारत को उसके प्रत्यर्पण के खिलाफ उसकी समीक्षा याचिका खारिज कर दी थी. 26 नवंबर, 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकियों के एक समूह ने समुद्री मार्ग से भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में घुसने के बाद रेलवे स्टेशन, दो लक्जरी होटल और एक यहूदी केंद्र समन्वित हमला किया था. करीब 60 घंटे तक चले इस हमले में करीब 166 लोगों की मौत हो गई थी. बता दें कि तहव्वुर राणा को विशेष NIA और खुफिया ब्यूरो के अधिकारी 26/11 की पहेली के गायब टुकड़ों को खोजने के लिए पूछताछ करेंगे. साल 2011 में NIA ने राणा के साथी जासूस डेविड कोलमैन उर्फ दाउद गलानी की अनुपस्थिति में एक आरोप पत्र दाखिल किया गया था.
NIA ने साजिशकर्ता पर क्या लगाए आरोप
जांच एजेंसी NIA ने अपने आरोप पत्र FBI की तरफ से जांच में पाए गए ठोस साक्ष्य और हेडली के पूछताछ के बाद तैयार किया है. हेडली को राणा से कुछ समय पहले FBI ने गिरफ्तार किया था और उसे 26/11 हमले में अपनी भूमिका को लेकर बयान दिया था. अमेरिका ने इस मामले में उसे सजा सुना दी थी और उसकी दलील-सौदेबाजी की शर्तों में से एक थी कि उसको प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा. वहीं, एक समाचार पत्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेल में बंद तहव्वुर राणा ने सरकार से मांग की है कि उसे जेल में कुरान, कलम और कागज दिया जाए. इसी बीच NIA ने बताया कि राणा हेडक्वार्टर में पांच वक्त की नमाज अदा कर रहा है. इस दौरान उसने मांग की थी कि उसको कागज और कलम दिया जाए. दूसरी तरफ इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि वह किसी भी तरह से खुद को नुकसान न पहुंचा लें.
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