India-Bangladesh Relations: 8 अप्रैल 2025 को भारत सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर ट्रांसशिपमेंट की सुविधा को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया था.
India-Bangladesh Relations: भारत ने हाल ही में बांग्लादेश को बड़ा झटका दिया था जब बांग्लादेश की ट्रांसशिपमेंट की सुविधा को बंद कर दिया गया. इस सुविधा से भारतीय जमीन के जरिए बांग्लादेश कई देशों के साथ व्यापार किया करता था. लेकिन अब भारत ने अपने एक्सपोर्ट्स में हो रही देरी का हवाला देते हुए इस सुविधा को बंद कर दिया है. भारत ने कहा कि हमारे ही सामान के एक्सपोर्ट्स में देरी हो रही थी जिसकी वजह से बैकलॉग पैदा हो रहा था. भारतीय हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर ट्रांसशिपमेंट की वजह से काफी दिक्कतें हो रही थीं.
जो बांग्लादेशी ट्रांसशिपमेंट भारत में आ चुके हैं उनको आगे बढाया जाएगा
विदेश मंत्रालय ने कहा कि काफी लंबे समय से अपेरेल एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल बांग्लादेश की ट्रांसशिपमेंट की सुविधा बंद करने की डिमांड कर रहा था. जिसको आखिरकार स्वीकार भी कर लिया गया है. लेकिन इसमें खास बात ये है कि पिछली व्यवस्था के तहत जो बांग्लादेशी ट्रांसशिपमेंट भारत में आ चुके हैं उनको आगे बढाया जाएगा.
ढाका भारत के जरिए नेपाल और भूटान में एक्सपोर्ट कर सकेगा
8 अप्रैल 2025 को भारत सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर ट्रांसशिपमेंट की सुविधा को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया था. लेकिन इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ये भी स्पष्ट कर दिया है कि ढाका भारत के जरिए नेपाल और भूटान में एक्सपोर्ट कर सकेगा.
2020 में दी थी ट्रांसशिपमेंट की अनुमति
गौर करने वाली बात ये है कि जब भारत और बांग्लादेश के संबंध शेख हसीना की सरकार के दौरान अच्छे थे उस समय 2020 में भारत सरकार ने बांग्लादेश सरकार को अपनी जमीन के जरिए ट्रांसशिपमेंट की अनुमति दी थी. जिसके तहत बांग्लादेश के एक्सपोर्ट गुड्स को नेपाल, भूटान, म्यांमार और अन्य देशों में भेजा जाता था. लेकिन अब बांग्लादेश को ये आसानी नहीं रहेगी. ऐसे में देखना होगा कि किस तरह बांग्लादेश वैकल्पिक रास्तों की तलाश करता है.
BIMSTEC समिट के दौरान मोहम्मद यूनुस और मोदी ने की थी मुलाकात
हाल ही में BIMSTEC समिट के दौरान बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के कई बार गुजारिश करने के बाद पीएम मोदी ने उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर यूनुस को नसीहत दी. बांग्लादेश में हिन्दुओं के ऊपर हो रहे अत्याचार के बारे में भी यूनुस को चेताया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने भारतीय पूर्वोत्तर राज्यों के बारे में दिए गए बयान को लेकर भी यूनुस को अनर्गल बयानबाजी से बचने की नसीहत दी. इसके बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों की मीटिंग में सब ठीक नहीं रहा. जिससे भारत ने ये कदम उठाया है.
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