Pahalgam Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले में 26 टूरिस्टों की मौत हो गई थी जिसके बाद दुनिया भर के देशों ने आतंकी घटना की निंदा की थी. इसी बीच राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि यह हमला बहुत बुरा है.
Pahalgam Attack : पहलगाम आतंकी हमले की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कड़ी निंदा की है और इसको बहुत बुरा हमला बताया है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैं भारत और पाकिस्तान के बहुत करीब हूं. उन्होंने बताया कि कश्मीर के मुद्दे पर वह वर्षों से लड़ रहे हैं, लेकिन मुझे पूरा यकीन है कि वह इसे जरूर सुलझा लेंगे और मैं दोनों नेताओं को जानता हूं. भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा से तनाव रहा है और हमेशा से रहा है. उन्होंने आगे कहा कि उस पहलगाम का हमला बहुत बुरा था और उस सीमा पर बहुत सालों से तनाव है. यह वैसा ही रहा है लेकिन मुझे यकीन है कि वे इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे.
पानी को मोड़ने का प्रयास युद्ध माना जाएगा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनाव रहा है और दोनों देशों इस मुद्दे को किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे. डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से यह टिप्पणी तब आई है जब पहलगाम में आंतकियों ने कायराना हमला करके 26 टूरिस्टों की हत्या कर दी थी. बता दें कि भारत ने बुधवार को सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया और इस्लामाबाद के साथ राजनयिक संबंधों को भी कम कर दिया. बता दें कि पाकस्तान में स्थित प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है. सिंधु जल संधि निलंबित करने के भारत के फैसले के जवाब में पाकिस्तान ने गुरुवार को शिमला समझौता स्थगित कर दिया. भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया और कहा कि सिंधु जल संधि के तहत उसके लिए निर्धारित पानी को मोड़ने का कोई भी प्रयास युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा.
हमले के बाद भारत ने दी पाक को प्रतिक्रिया
हमले करने के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान को दो टूक जवाब दिया. सरकार ने अटारी आईसीपी को बंद करने का फैसला किया और सार्क वीजा छूट योजना के तहत पाकिस्तानियों को मिलने वाला वीजा रद्द कर दिया. इसके अलावा भारत में मौजूद पाकिस्तान का उच्चायोगों में अधिकारियों की भी संख्या को कम कर दिया. हालांकि, इन सभी चीजों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सिंधु नदी का पानी रोक लगाने को माना जा रहा है. यह इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान के किसान अपनी खेती के लिए इसके पानी पर करीब 70 से 80 फीसदी निर्भर है. इसी बीच अगर इसका पानी भारत ने रोकने का काम किया है तो पाक किसानों को भविष्य में काफी नुकसान होने वाला है. इसके अलावा पाकिस्तान पहले से महंगाई की मार झेल रहा है और इसी बीच उसके नागरिकों को खाद्य पदार्थ के लिए और ज्यादा पैसा निकालना होगा.
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