Indo-Pak Relations: मुनीर के कश्मीर और भारत विरोधी बयानों पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ा जवाब दिया है. प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है.”
Indo-Pak Relations: पाकिस्तानी सेना के आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर एक बार फिर अपने बड़बोले और नफरत भरे बयानों के कारण सुर्खियों में हैं. हाल ही में एक वायरल वीडियो में उन्होंने भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा था कि पाकिस्तान और भारत दो अलग-अलग राष्ट्र हैं जो धर्म, संस्कृति, सोच और महत्वाकांक्षाओं में एक-दूसरे से पूरी तरह भिन्न हैं. उन्होंने प्रवासी पाकिस्तानियों से अपील की थी कि वे अपने बच्चों को यह बताएं कि पाकिस्तान का निर्माण ‘दो-राष्ट्र सिद्धांत’ के आधार पर हुआ. इस बयान की व्यापक आलोचना होने के बाद भी मुनीर ने एक और भड़काऊ बयान दिया है जिसमें उन्होंने भारतीय सेना को निशाना बनाया और बलूचिस्तान को लेकर विवादित टिप्पणी की.
भारतीय सेना पर तंज, बलूचिस्तान को बताया ‘माथे का झूमर’
जनरल मुनीर ने पाकिस्तान में बढ़ते आतंकी हमलों पर बोलते हुए भारतीय सेना को आड़े हाथों लिया. एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, “लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि आतंकी हमसे हमारी पहचान छीन लेंगे. मैं उन्हें साफ कहता हूं कि कान खोलकर सुन लें, पाकिस्तान एक महान देश है और हमारी सेना भी महान है. जब 13 लाख की भारतीय सेना हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकी, हमें मिटा नहीं सकी, तो ये आतंकी हमारा क्या करेंगे?”
उन्होंने बलूचिस्तान का जिक्र करते हुए इसे ‘पाकिस्तान के माथे का झूमर’ बताया और वहां सक्रिय विद्रोहियों को चेतावनी दी. मुनीर ने कहा, “तुम 1500 बंदे कहोगे कि बलूचिस्तान को ले जाएंगे? तुम्हारी अगली 10 पुश्तें भी इसे नहीं ले जा सकतीं. इंशा अल्लाह इन आतंकवादियों का जल्द सफाया होगा.” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, लेकिन इसे लेकर पाकिस्तान के भीतर और बाहर आलोचना भी हो रही है.
बांग्लादेश विभाजन की हकीकत भूले मुनीर?
जनरल मुनीर के इस बड़बोलेपन पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं. आलोचकों का कहना है कि मुनीर शायद 1971 के बांग्लादेश युद्ध को भूल गए जब भारतीय सेना के सामने पाकिस्तानी सेना के तत्कालीन चीफ और 90 हजार से अधिक सैनिकों को आत्मसमर्पण करना पड़ा था. उस समय पाकिस्तान को न केवल अपनी सैन्य हार का सामना करना पड़ा, बल्कि पूर्वी पाकिस्तान के रूप में बांग्लादेश एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया.
बलूचिस्तान में बढ़ता विद्रोह, सेना पर दबाव
बलूचिस्तान में बलूच विद्रोहियों और आतंकी संगठनों के हमले पाकिस्तानी सेना के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. हाल के महीनों में बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वा में सैन्य ठिकानों पर हमले, सैनिकों की हत्याएं और बम धमाके बढ़े हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि मुनीर का भारत और भारतीय सेना पर निशाना साधना उनकी आंतरिक नाकामियों को छिपाने की कोशिश है. बलूचिस्तान में स्वायत्तता और संसाधनों की मांग को लेकर विद्रोह बढ़ रहा है, जिसे दबाने में पाकिस्तानी सेना को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
भारत ने दिया करारा जवाब
मुनीर के कश्मीर और भारत विरोधी बयानों पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कड़ा जवाब दिया है. प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. पाकिस्तान का कश्मीर से एकमात्र रिश्ता यह है कि उसे अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों को खाली करना है.” भारत ने मुनीर के बयानों को उनकी नाकामियों को छिपाने की कोशिश करार दिया है.
पाकिस्तान की आर्थिक और आंतरिक चुनौतियां
पाकिस्तान इस समय गंभीर आर्थिक संकट और आंतरिक अस्थिरता से जूझ रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि मुनीर का भारत और हिंदुओं के खिलाफ नफरत भरा रुख देश की जनता का ध्यान इन समस्याओं से हटाने की कोशिश है. हालांकि, उनके बयान न केवल भारत-पाक संबंधों को और तनावपूर्ण बना रहे हैं, बल्कि पाकिस्तान की वैश्विक छवि को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
ये भी पढ़ें..अगले हफ्ते भारत दौरे पर आ रहे हैं अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, पत्नी उषा के साथ करेंगे यात्रा