केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ.मनसुख मांडविया ने रविवार को बिहार के पटना में ऐतिहासिक ‘जय भीम पदयात्रा’ का नेतृत्व किया.
Delhi: केंद्रीय युवा मामले एवं खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ.मनसुख मांडविया ने रविवार को बिहार के पटना में ऐतिहासिक जय भीम पदयात्रा का नेतृत्व किया. पदयात्रा को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने हरी झंडी दिखाई तथा पदयात्रा में 6 हजार से अधिक माई भारत युवा स्वयंसेवकों ने भाग लिया. यह पदयात्रा बाबासाहेब के जीवन और विरासत के प्रति एक जीवंत श्रद्धांजलि थी, जिसमें युवाओं की भागीदारी और संविधान के स्थायी मूल्यों पर जोर दिया गया.
बाबा साहेब अंबेडकर के अग्रणी योगदान पर डाला प्रकाश
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए डॉ. मनसुख मांडविया ने भारत के युवाओं की ताकत पर जोर दिया और उनसे नए भारत के निर्माण के लिए डॉ. अंबेडकर की विरासत के पथप्रदर्शक बनने का आह्वान किया. केंद्रीय मंत्री ने देश के युवाओं से आग्रह किया कि वे विकसित भारत की ओर भारत की यात्रा में बाबा साहेब अंबेडकर और अन्य महान नेताओं की दूरदर्शिता, विरासत और अनुकरणीय कार्यों से प्रेरणा लें. उन्होंने 1947 की शुरुआत में महिलाओं के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने में बाबा साहेब अंबेडकर के अग्रणी योगदान पर प्रकाश डाला.

कहा कि वह समय जब दुनिया के कई हिस्सों में लैंगिक समानता को मान्यता नहीं दी गई थी. युवा पीढ़ी से इन राष्ट्रीय प्रतीकों के आदर्शों पर चलने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए डॉ. मांडविया ने युवाओं के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय विकास के महत्व को दोहराया. उन्होंने नरेन्द्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व की सराहना की और युवाओं से एक मजबूत, आत्मनिर्भर और समावेशी विकसित भारत के निर्माण के लिए खुद को जोड़ने का आह्वान किया. पूरे देश, हर राज्य की राजधानी और पांच हजार स्थानों पर जय भीम पदयात्रा आयोजित की गई, जहां माई भारत के स्वयंसेवकों ने डॉ. बीआर अंबेडकर की मूर्तियों की सफाई की और डॉ. अंबेडकर के चिरस्थायी दृष्टिकोण को श्रद्धांजलि अर्पित की.

उधर, केंद्रीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने मुंबई में जय भीम पदयात्रा में भाग लिया, जिससे एकता और राष्ट्रीय भागीदारी का संदेश और अधिक बढ़ गया. युवा उपलब्धि प्राप्त करने वालों और माई भारत स्वयंसेवकों द्वारा संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन संवैधानिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है. माई भारत युवा स्वयंसेवकों ने पदयात्रा में सक्रिय रूप से भाग लिया और ऊर्जावान और हृदयस्पर्शी नारों के माध्यम से सामाजिक सद्भाव, लोकतांत्रिक मूल्यों और समावेशी प्रगति की भावना को प्रतिध्वनित किया. इस मौके पर माई भारत के स्वयंसेवकों ने डॉ. बीआर अंबेडकर को समर्पित गीत गाए, जिससे पदयात्रा में जोश और उत्साह भर गया.
बाबा साहेब की तस्वीर पर माल्यार्पण कर अर्पित की भावभीनी श्रद्धांजलि
पटना उच्च न्यायालय के निकट पदयात्रा के समापन पर डॉ. मनसुख मांडविया ने अन्य नेताओं के साथ डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के आसपास सफाई अभियान में भाग लिया. इसके बाद उन्होंने बाबा साहेब की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और भारतीय संविधान के निर्माता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस अवसर पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना के सांसद रविशंकर प्रसाद, राज्य मंत्री नितिन नबीन और सुरेंद्र मेहता, संसद सदस्य, श्रीमती शाम्भवी चौधरी, विधायक, श्रीमती श्रेयसी सिंह एवं विधान पार्षद संजय मयूख मौजूद थे.
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