विश्व हिंदू परिषद ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून में संशोधन को लेकर हुई सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किया और राज्य में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की.
New Delhi/Kolkata: विश्व हिंदू परिषद ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून में संशोधन को लेकर हुई सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किया और राज्य में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की. मुर्शिदाबाद, दिल्ली और नोएडा सहित अन्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें विहिप सदस्यों ने दावा किया कि ममता बनर्जी शासित राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, जहां पिछले सप्ताह झड़पों में कम से कम तीन लोगों की जान चली गई थी.
दिल्ली के नांगलोई चौक पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के महासचिव बजरंग बागड़ा ने पश्चिम बंगाल में हिंसा की निंदा करते हुए एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया. नोएडा में विहिप ने अपने राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए एक रैली निकाली. बंसल ने पीटीआई-भाषा से कहा, “पंजाब को छोड़कर देश भर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए गए, क्योंकि तृणमूल कांग्रेस बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों के साथ मिलकर हिंदुओं के उत्पीड़न और दमन का चक्र चला रही है. “मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की हालिया घटना तृणमूल की निगरानी में बंगाल में (हिंदुओं पर) जारी अत्याचार का एक ‘वीभत्स रूप’ मात्र है.
मुर्शिदाबाद हिंसा के पीड़ितों को मिले पर्याप्त मुआवजा
बंसल ने कहा, “बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन आखिरकार हिंदुओं को निशाना बनाने लगा. लेकिन हम अपने देश में ऐसी बांग्लादेशी मानसिकता को बर्दाश्त नहीं करेंगे. विहिप नेता ने कहा कि विहिप पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने, राज्य की सीमाओं पर बाड़ लगाने, मुर्शिदाबाद में हिंसा के पीड़ितों को पर्याप्त मुआवजा देने और बंगाल में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करती है.
बंसल ने कहा, “विहिप यह भी मांग करती है कि वक्फ के नाम पर जमीन हड़पना तुरंत रोका जाए और वक्फ के नाम पर अर्जित संपत्तियों की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया जाए. उन्होंने कहा, “हम यह भी मांग करते हैं कि अधिकारी पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान करें और उन्हें (देश से) बाहर निकालें. मुर्शिदाबाद में हिंसा के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
मुर्शिदाबाद में हिंदुओं को अपने घरों से भागने के लिए किया जा रहा मजबूर
उन्होंने कहा कि विहिप सोमवार को दिल्ली और पंजाब में इसी तरह के विरोध प्रदर्शन करेगी. पीटीआई से बात करते हुए बंसल ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद में हिंदुओं को अपने घरों से भागने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जहां एक पिता-पुत्र की बेरहमी से हत्या कर दी गई क्योंकि उन्होंने मूर्तियाँ बनाई थीं. बंसल ने पीटीआई वीडियो से कहा, “हमें आश्चर्य है कि हिंदुओं के खिलाफ इतनी नफरत कहां से आती है. वहां के मुख्यमंत्री बैठकों के लिए ‘जिहादी’ ताकतों को आमंत्रित करते हैं, लेकिन हिंदुओं के खिलाफ अत्याचारों पर एक शब्द भी नहीं बोलते हैं. हम वक्फ के नाम पर हिंदुओं को निशाना बनाने के तरीके की निंदा करते हैं.
कहा कि मुर्शिदाबाद में भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें पिछले सप्ताह जिले को हिलाकर रख देने वाली “लक्षित” हिंसा की निंदा की गई. पीटीआई वीडियो से बात करते हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल एक वीएचपी नेता ने कहा, “हम भारत के राष्ट्रपति को पत्र लिखकर उनसे राज्य सरकार और उसके पुलिस बल के सक्रिय समर्थन से बंगाल में व्याप्त अस्थिर और ज्वालामुखीय स्थिति में हस्तक्षेप करने का अनुरोध करने जा रहे हैं. मुर्शिदाबाद में लगभग 500 परिवारों को अपने घर छोड़ने और मालदा के एक स्कूल में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है. हम मामले की एनआईए जांच और पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हैं.
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