Home National ‘पाकिस्तान ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा’, Kargil Vijay Diwas पर पीएम मोदी की दो टूक – कभी कामयाब ना होंगे पड़ोसी के मंसूबे

‘पाकिस्तान ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा’, Kargil Vijay Diwas पर पीएम मोदी की दो टूक – कभी कामयाब ना होंगे पड़ोसी के मंसूबे

by Rashmi Rani
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पाकिस्तान ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा, Kargil Vijay Diwas पर पीएम मोदी की दो टूक, कभी कामयाब ना होंगे पड़ोसी के मंसूबे

Kargil Vijay Diwas 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार (26 जुलाई) को 25वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी.

26 July, 2024

Kargil Vijay Diwas 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार (26 जुलाई) को 25वें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर पीएम मोदी कारगिल के द्रास पहुंचे और कारगिल वॉक मेमोरियल जाकर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने विर जवानों को सेना के साथ सलामी भी दी. इसके साथ ही पीएम मोदी शिंकू ला सुरंग परियोजना का भी इस मौके पर शुभारंभ करेंगे.

दुश्मन को दिया जाएगा मुंहतोड़ जवाब

वहीं, इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी दुष्प्रयास किए उसे मुंह की खानी पड़ी लेकिन पाकिस्तान ने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा ह. वो आतंकवाद के सहारे अपने आप को प्रासंगिक बनाए रखने का प्रयास कर रहा है. लेकिन आज जब मैं उस जगह से बोल रहा हूं जहां आतंक के आकाओं को मेरी आवाज सीधे सुनाई पड़ रही है. मैं आतंकवाद के इन सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि उनके नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. आतंकवाद को हमारे जाबाज पूरी ताकत से कुचलेंगे. दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.

हर भारतीय के लिए बेहद खास दिन

पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि ’26 जुलाई का दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास दिन है. हम 25वां कारगिल विजय दिवस मनाएंगे. यह उन सभी को श्रद्धांजलि देने का दिन है जो हमारे राष्ट्र की रक्षा करते हैं. मैं कारगिल युद्ध स्मारक जाऊंगा और हमारे बहादुर नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा. शिंकुन ला सुरंग परियोजना के लिए भी काम शुरू होगा. यह परियोजना लेह से कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर खराब मौसम के दौरान.’

तीसरा सबसे सुरक्षित विकल्‍प

बता दें कि शिंकुन ला सुरंग परियोजना से लोगों को काफी फायदा होने वाला है. यह लेह से कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाएगा. यह टनल कई मायनों में अहम है. सीमा तक रसद पहुंचाने के लिए यह टनल तीसरा सबसे सुरक्षित विकल्‍प होगा. मालूम हो कि अभी लेह लद्दाख के लिए पहला विकल्‍प जोजिला पास है, जो कि पाकिस्‍तान सीमा क्षेत्र से सटा हुआ है. दूसरा विकल्‍प बारालाचा पास है और अब यह तीसरा मार्ग शिंकू ला पास के पास होगा.

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