Tahawwur Rana: 1997 में वह अपनी पत्नी के साथ कनाडा चला गया और जून 2001 में कनाडाई नागरिकता हासिल की. हालांकि, उसकी राष्ट्रीयता पाकिस्तानी थी.
Tahawwur Rana: भारत में 26/11 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण करके गुरूवार को भारत लाया गया है.भारत में होटल ताज समेत मुंबई के कई भीड़भाड़ वाले इलाकों में आतंकी हमले हुए थे. देश में ये सबसे बड़ा आतंकी हमला था. इस हमले में कई विदेशी नागरिकों, भारतीय नागरिकों और पुलिस कर्मचारियों की मौत हो गई थी.
आतंकी साजिश रचने के आरोपों में मेरिकी जेल में था कैद
इस हमले के बाद इसके बाद जब जांच की गई तो कई लोगों के नाम इस साजिश के पीछे सामने आए थे. इनमें एक नाम पाकिस्तानी नागरिक तहव्वुर राणा का नाम भी सामने आया था. लेकिन काफी समय से अमेरिका में एक आतंकी साजिश रचने के आरोपों में तहव्वुर राणा अमेरिकी जेल में कैद था. जिसकी भारत सरकार ने अमेरिका से प्रत्यर्पण की गुजारिश की थी. ये अपील प्रत्यर्पण संधि के तहत की गई थी.
अमेरिकी कोर्ट ने खारिज की थी तहव्वुर राणा की अपील
2008 आतंकी हमलों के साजिश कर्ता तहव्वुर राणा ने हालांकि अमेरिकी कोर्ट से अपील की कि उसे भारत के हवाले ना किया जाए. लेकिन अमेरिकी कोर्ट ने उसकी अपील को ही खारिज कर दिया. इसके बाद आज (10 अप्रैल) को उसे एक विशेष विमान के जरिए भारत लाया गया है. इसके बाद भारतीय न्यायपालिका में तहव्वुर राणा का ट्रायल चलेगा.
पाकिस्तान ने किया पहचानने से इनकार
लेकिन पाकिस्तान ने राणा को पहचानने से ही इनकार कर दिया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि तहव्वुर राणा ने दो दशकों से अपने डॉक्यूमेंट्स को रिन्यू नहीं किया है. इस तरह से वह पाकिस्तानी नहीं बल्कि कनाडाई नागरिक है.
कौन है तहव्वुर राणा ?
तहव्वुर राणा का जन्म 12 जनवरी 1961 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चिचावतनी में हुआ था. यह जानकारी विभिन्न आधिकारिक स्रोतों, जैसे कि अमेरिकी न्याय विभाग और उसकी गिरफ्तारी व कानूनी कार्यवाही से जुड़े दस्तावेजों से सामने आई. उसने पाकिस्तान आर्मी मेडिकल कोर में एक डॉक्टर के रूप में सेवा की थी, जहां वह कैप्टन के पद पर था. बाद में, 1997 में वह अपनी पत्नी के साथ कनाडा चला गया और जून 2001 में कनाडाई नागरिकता हासिल की. हालांकि, उसकी राष्ट्रीयता पाकिस्तानी थी, और यह तथ्य उसकी गिरफ्तारी और जांच के दौरान स्पष्ट हुआ जब अमेरिकी अधिकारियों ने उसके यात्रा इतिहास, दस्तावेजों और डेविड हेडली के साथ उसके संबंधों की जांच की.
एफबीआई ने की थी मामले की जांच
2009 में उसकी गिरफ्तारी के बाद, एफबीआई और अन्य जांच एजेंसियों ने उसके पाकिस्तानी मूल के होने की बात कही, क्योंकि वह लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था और 2008 के मुंबई हमलों में उसकी भूमिका की जांच हुई. इसके अलावा भारत की नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी और अमेरिकी कोर्ट दस्तावेजों ने भी उसके जन्मस्थान और प्रारंभिक जीवन को पाकिस्तान से जोड़ा. इस तरह, उसके पाकिस्तानी नागरिक होने की जानकारी उसके व्यक्तिगत इतिहास और कानूनी रिकॉर्ड से पुष्ट हुई.
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