देश में बच्चों का मोटापा गंभीर समस्या बनती जा रही है. इस पर माता-पिता को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को स्नैक्स और तैलीय भोजन से दूर रखें.
New Delhi: देश में बच्चों का मोटापा गंभीर समस्या बनती जा रही है. इस पर माता-पिता को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. माता-पिता को चाहिए कि वह अपने बच्चों को स्नैक्स और तैलीय भोजन से दूर रखें. यह चिंता मंगलवार को महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने व्यक्त की. उन्होंने बचपन में मोटापे पर चिंता जताते हुए कहा कि अत्यधिक तेलयुक्त भोजन के सेवन से अति-पोषण और मोटापा गंभीर समस्या बन गई है.
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री ने सातवें पोषण पखवाड़ा के दौरान कहा कि एक सुपोषित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में मोटापा रोकना एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने “स्वास्थ्य-केंद्रित माहौल” बनाने का आह्वान किया. मंत्री ने कहा कि बच्चों द्वारा स्नैक्स और तैलीय भोजन के बढ़ते सेवन के कारण बचपन में मोटापे की समस्या तेजी से गंभीर हो गई है. उन्होंने कहा कि पोषण अब केवल कुपोषण तक सीमित नहीं है. अति-पोषण और मोटापा गंभीर समस्या बन गई है. उन्होंने कहा कि आजकल बच्चे बहुत अधिक तैलीय और गैर-पोषक भोजन खाते हैं, जिससे न केवल उनका वजन बढ़ता है, बल्कि कई बीमारियां भी होती हैं.
बच्चों को स्वस्थ भोजन और नियमित खेलने की जरूरत बताया
उन्होंने कहा कि हमें ऐसा माहौल बनाना चाहिए जहां बच्चे स्वस्थ भोजन करें और नियमित रूप से खेलें. मंत्री ने कहा कि 2018 में पोषण अभियान के शुभारंभ के बाद से 100 करोड़ से अधिक जागरूकता गतिविधियां आयोजित की गई हैं. मंत्री ने कहा कि इस पखवाड़े के दौरान हम गांव-गांव जाएंगे, जागरूकता फैलाएंगे और जहां जरूरत होगी, वहां रेफरल करेंगे.
मंत्री ने कहा कि पोषण जागरूकता अभियान, जो केंद्र के प्रमुख पोषण अभियान का हिस्सा है, इस वर्ष चार प्रमुख विषयों पर ध्यान केंद्रित करेगा: जीवन के पहले 1,000 दिन, पोषण ट्रैकर का नागरिक मॉड्यूल, कुपोषण का समुदाय-आधारित प्रबंधन (सीएमएएम) और बचपन में मोटापे से निपटने के लिए स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना. महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री 18 साझेदार मंत्रालयों, राज्य महिला एवं बाल विकास विभागों के अधिकारियों और देश भर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहीं थीं.
इसी सिलसिले में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी भी पोषण और कल्याण सेवाओं में सुधार के लिए अरुणाचल प्रदेश का दौरा करने वाली हैं. पोषण पखवाड़ा के तहत सरकार का उद्देश्य पोषण के परिणामों को मजबूत करना है. मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य है कि देश का हर बच्चा मोटापे से दूर और स्वस्थ रहे. मंत्री ने कहा कि स्वस्थ बच्चे ही स्वस्थ भारत के आधार हैं. इस समस्या के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए घर-घर अभियान भी चलाया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः ‘देश के लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं…’ मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने पर बोले PM मोदी