National Herald Case: नेशनल हेराल्ड मामला लंबे समय से चर्चा में है. ईडी का आरोप है कि इस मामले में वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की संपत्तियों का अधिग्रहण किया गया.
National Herald Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस की वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने देशभर में ईडी कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है.
कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने इस कदम को केंद्र सरकार की बदले की राजनीति का हिस्सा करार दिया. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व वाली सरकार की विपक्ष के खिलाफ बदले की भावना की कोई सीमा नहीं है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में राजनीति से प्रेरित और मनगढ़ंत आरोपों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. इसका मकसद विपक्ष की आवाज को दबाना है. यह कदम प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की हताशा को दर्शाता है, जो जनता की समस्याओं का समाधान करने में नाकाम रहे हैं और बार-बार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.”
वेणुगोपाल ने आगे कहा कि कांग्रेस इस कार्रवाई के खिलाफ चुप नहीं बैठेगी और पूरे देश में विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे शांतिपूर्ण तरीके से ईडी कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करें और केंद्र सरकार की इस “प्रतिशोधपूर्ण नीति” का विरोध करें.
नेशनल हेराल्ड मामला लंबे समय से चर्चा में है. ईडी का आरोप है कि इस मामले में वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की संपत्तियों का अधिग्रहण किया गया. सोनिया गांधी और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रमुख शेयरधारक हैं. हालांकि, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे “राजनीतिक बदले की कार्रवाई” करार दिया है.
ईडी ने यह चार्जशीट दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में 9 अप्रैल को दाखिल की थी, जिस पर अगली सुनवाई 25 अप्रैल को होनी है. इस मामले में सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को भी आरोपी बनाया गया है. कांग्रेस का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल पार्टी नेतृत्व को निशाना बनाने की कोशिश है, बल्कि लोकतंत्र और विपक्ष की आवाज को कमजोर करने का प्रयास भी है. पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर इस “अन्याय” के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान किया है.
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