Jammu-Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में सेना के जवानों ने 3 आतंकियों को मार गिराया है. एक ऑपरेशन के दौरान उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद के शीर्ष कमांडर सैफुल्लाह को भी मार गिराया है.
Jammu-Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले से सेना को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. सुरक्षाबलों ने एक सर्च एंड डिस्ट्रॉय ऑपरेशन के दौरान तीन आतंकियों को मार गिराया है. आपको बता दें कि इस ऑपरेशन को 9 अप्रैल से चल रहा है. सूत्रों की मानें तो मारे गए आतंकियों में एक जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर सैफुल्लाह भी शामिल है. हालांकि, अभी भी सेना के जवान पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रहे है.
9 अप्रैल से शुरू हुआ ऑपरेशन
गौरतलब है कि सेना की तरफ से जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में 9 अप्रैल से सर्च अभियान चलाया जा रहा था. सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच गुरुवार को भी मुठभेड़ हुई थी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसके साथ ही अन्य आतंकियों की तलाश में सेना, पुलिस और सीआरपीएफ जवानों के साथ पैरा कमांडो जुटे हुए हैं. आतंकियों के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों के साथ रामनगर थाना के प्रभारी पूर्व सिंह भी पुलिस जवानों के साथ जुटे हुए हैं.
सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी हुई
वहीं, जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सेना पूरा प्रयास कर रही है. वहीं, इसके सुरक्षित संचालन के लिए भी सेना राष्ट्रीय राजमार्ग 44 (एनएच-44) पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. दरअसल यह राजमार्ग केंद्र शासित प्रदेश के कई हिस्सों को जोड़ता है. आतंकवादियों की ओर से की जाने वाली हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए और इस मार्ग का यूज करने की कोशिशों को नाकाम करने के उद्देश्य से सेना ने ये बड़े कदम उठाए हैं. इसका सामना करने के लिए सेना ने राजमार्ग पर दिन-रात सुरक्षा बढ़ा दी है. संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा और ज्यादा बढ़ा दी गई है. वहीं, महत्वपूर्ण जगहों पर नजर रखी जा रही है. पुलिस के साथ मिलकर सेना ने कई जगहों पर मोबाइल वाहन चेक पोस्ट (एमवीसीपी) बनाए गए हैं. ये चेक पोस्ट अचानक जांच करते हैं, जिससे आतंकियों के लिए इस मार्ग का दुरुपयोग करना मुश्किल हो गया है. वहीं, इन चेक पोस्ट पर वाहनों और लोगों की तलाशी भी ली जा रही है.
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