26/11 Terror Attack : USA ने 64 वर्षीय राणा भयानक 2008 मुंबई आतंकी हमलों की योजना बनाने में उसकी भूमिका के लिए 9 अप्रैल, 2025 को भारत प्रत्यर्पित कर दिया. इसी बीच अमेरिका ने कहा कि वह भारत के साथ खड़ा है.
26/11 Terror Attack : मुंबई के ताज होटल का मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 26/11 आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था और अमेरिका ने लंबे समय से भारत के उन प्रयासों का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पूरी कोशिश की है कि जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में खड़े किया जाए.
भारत के आतंकी नेटवर्क खिलाफ लड़ेंगे
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने गुरुवार को कहा कि USA ने 64 वर्षीय राणा भयानक 2008 मुंबई आतंकी हमलों की योजना बनाने में उसकी भूमिका के लिए 9 अप्रैल, 2025 को भारत प्रत्यर्पित कर दिया है. उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका ने 26/11 आतंकी हमले की निंदा की है और अमेरिका ने भारत के साथ आतंकियों के वैश्विक संकट से निपटने के लिए जारी रखेंगे. उन्होंने आगे कहा कि राणा आज भारत के कब्जे में है और हमें इस गतिशीलता को जारी रखेंगे. वहीं, ब्रूस यह भी बताया कि आज भले ही कुछ लोगों को याद न हो लेकिन उस हमले में 6 अमेरिकियों समेत 166 लोगों की दुखद मौत हो गई थी और उस घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था.
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी याचिका
टैमी ब्रूस ने बताया कि अगर उस हमले की आज कल्पना की जाए तो वह कितना भयानक होगा यह सोचने से भी डर लगता है. इससे पहले अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता ने कहा कि राणा का प्रत्यर्पण जघन्य हमलों के पीड़ितों के लिए न्याय की तलाश की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. बता दें कि पाकिस्तान में स्थित लश्कर आतंकियों द्वारा किए गए 26/11 मुंबई हमलों में अपनी भूमिका और संलिप्तता के लिए देश में न्याय का सामना करेगा. भारत से बहु-एजेंसी टीम अमेरिका गई थी और राणा को भारत वापस लाने के लिए सभी कागजी कार्रवाई और कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई थीं. इसके बाद उसे भारत में लाया गया. बता दें कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने न्यायाधीशों ने उसके आवेदन को अस्वीकार कर दिया, जिसके बाद राणा को भारत प्रत्यर्पित करने का रास्ता साफ हो गया.
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