Pahalgam Terrorist Attack: दिल्ली में भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह की स्मृति में आयोजित एक व्याख्यान के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले पर कड़ा रुख अपनाया.
Pahalgam Terrorist Attack: जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. बाइसारन वैली में हुए इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंट फ्रंट ने ली है, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी संगठन माना जाता है. इस घटना के बाद से पूरे देश में गुस्से की लहर है, और लोग आतंकियों के साथ-साथ उनके समर्थक देश पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले पर अपनी पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने दोषियों को कड़ा जवाब देने की बात कही है.
“आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा, पर्दे के पीछे वालों तक पहुंचेंगे”- राजनाथ सिंह
दिल्ली में भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह की स्मृति में आयोजित एक व्याख्यान के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस हमले पर कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा, “पहलगाम में हुए इस कायराना हमले ने कई मासूम जिंदगियों को छीन लिया. यह एक अमानवीय कृत्य है, जिसने पूरे देश को दुख और गुस्से से भर दिया है. मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया. इस मुश्किल वक्त में मैं दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं.” उन्होंने आगे कहा, “भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलता है. मैं देशवासियों को भरोसा दिलाता हूं कि सरकार इस हमले के दोषियों को सजा देने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी. न केवल हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को, बल्कि पर्दे के पीछे बैठकर इसकी साजिश रचने वालों को भी सजा दी जाएगी. बहुत जल्द इसका परिणाम सबके सामने होगा.”
“विशेष धर्म को निशाना बनाना बर्दाश्त नहीं”- रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह ने इस हमले को धार्मिक आधार पर एक सुनियोजित साजिश करार देते हुए कहा कि आतंकियों ने विशेष रूप से एक धर्म को निशाना बनाया. उन्होंने इसे कायरतापूर्ण और अमानवीय हरकत बताया. रक्षा मंत्री ने कहा, “यह हमला सिर्फ मासूम लोगों की जान लेने तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके जरिए एक विशेष समुदाय को डराने और समाज में नफरत फैलाने की कोशिश की गई. लेकिन भारत एक प्राचीन सभ्यता और मजबूत देश है, जिसे ऐसी कायराना हरकतों से डराया नहीं जा सकता. हम आतंकियों और उनके आकाओं को ऐसा जवाब देंगे कि पूरी दुनिया देखेगी.” इस बयान के बाद रक्षा मंत्री ने सुबह एक उच्च स्तरीय बैठक भी की, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. इस बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई.
हमले का विवरण और देश की प्रतिक्रिया
पहलगाम के बाइसारन वैली में दोपहर करीब 3 बजे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में 50 से अधिक राउंड गोलियां चलाई गईं. मारे गए लोगों में एक नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे, जो अपनी पत्नी के साथ हनीमून के लिए पहलगाम आए थे. हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया और सर्च ऑपरेशन शुरू किया. केंद्र सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़कर दिल्ली लौटने के बाद तुरंत एक सुरक्षा बैठक बुलाई. इस बीच, श्रीनगर से दिल्ली और मुंबई के लिए विशेष उड़ानें भी शुरू की गईं, ताकि पर्यटकों को सुरक्षित निकाला जा सके. देशभर में इस हमले के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं, और लोग सरकार से आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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