America Attack : लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने वाले हूती विद्रोहियों के खिलाफ अमेरिका ने कार्रवाई करने का फैसला किया. अब इसी कड़ी में अमेरिकी सेना राजधानी सना को निशाना बना रही है.
America Attack : अमेरिका और हूती विद्रोहियों में जारी युद्ध के बीच यमन की राजधानी सना पूरी तरह से तबाह हो गई है. इसी बीच विद्रोहियों का कहना है कि सोमवार को अमेरिकी हमले में 12 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए हैं. यह हमला अमेरिकी की तरफ से विद्रोहियों को निशाना बनाने के लिए किए गए थे. वहीं, अमेरिकी सेना की सेंट्रल कमांड ने हमलों को तुरंत स्वीकार नहीं किया है. बताया जा रहा है कि यह घातक हमला शूब जिले के फरवा पड़ोस के बाजार को निशाना बनाना बताया है. उस क्षेत्र को अमेरिकियों ने पहले भी निशाना बनाया है.
अब तक हमले में 74 लोगों की मौत
रात भर हुए हमलों ने देश के अन्य क्षेत्रों को भी प्रभावित किया है और ये हमले पिछले हफ्ते यमन के रास ईसा ईंधन बंदरगाह पर अमेरिकी हवाई हमलों के बाद हुए हैं जिसमें कम से कम 74 लोग मारे गए और 171 अन्य घायल हो गए हैं. इस हमले की जिम्मेदारी अमेरिका ने ली थी लेकिन शूब जिले फरवा पड़ोस के बाजार पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. वहीं, बता दें कि अमेरिका का स्पष्ट कहना है कि हूती विद्रोही लाल सागर और आसपास के जलमार्गों में वाणिज्यिक जहाजों पर हमले कर रहे हैं जिसकी वजह से इंटरनेशनल वाणिज्य प्रभावित हो रहा है. अमेरिका ने जिम्मेदारी ली है कि हूतियों को काबू में करने के बाद ही व्यापार लाल सागर से करना आसान हो पाएगा. ट्रंप प्रशासन के आदेश के बाद यमन की राजधानी सना पर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है.
यमन की जनता के लिए संकट गहराया
इन हमलों से यमन की जनता के लिए मानवीय संकट पैदा हो गया है. बीते एक दशक से गृह युद्ध की चपेट में रहे यमन में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं. इसी बीच अमेरिका की तरफ से की जा रही एयरस्ट्राइक की वजह से हालात और खराब होते जा रहे हैं. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र पहले ही चेतावनी दे चुका है कि यमन दुनिया में सबसे मानवीय संकट से गुजर रहा है और अगर वहां पर हालात खराब होते हैं लोगों के आगे दो वक्त के खाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल, सैन्य कार्रवाई की वजह से आम नागरिक ही नहीं मारे जा रहे हैं बल्कि पुनर्वास का कार्य भी प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा लोगों को भोजन प्राप्त करने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
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