Home Health World Voice Day: मधुर आवाज के लिए समर्पित 16 अप्रैल, जानें क्यों मनाया जाता है ये खास दिन

World Voice Day: मधुर आवाज के लिए समर्पित 16 अप्रैल, जानें क्यों मनाया जाता है ये खास दिन

by Sanjay Kumar Srivastava
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World Voice Day – April 16

16 अप्रैल को ‘विश्व आवाज दिवस’ मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य आवाज के महत्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना तथा आवाज संबंधी समस्याओं के प्रति सतर्कता बढ़ाना है.

विश्व आवाज़ दिवस (World Voice Day): 16 अप्रैल को विश्व आवाज दिवस मनाया जाता है.इसका मुख्य उद्देश्य आवाज के महत्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना तथा आवाज संबंधी समस्याओं के प्रति सतर्कता बढ़ाना है. आइए हम आपको विश्व आवाज़ दिवस के बारे में रोचक जानकारियों से रूबरू कराते हैं.

इस उत्सव की शुरुआत ब्राज़ील में 1999 में ब्राज़ीलियन नेशनल वॉयस डे के रूप में हुई थी. यह चिकित्सकों, भाषण-भाषा रोग विशेषज्ञों और गायन शिक्षकों की एक मिश्रित पहल का परिणाम था, जिसका नेतृत्व डॉ.नेडियो स्टीफ़न ने किया था. ब्राज़ील की इस पहल का अर्जेंटीना और पुर्तगाल जैसे अन्य देशों ने भी अनुसरण किया और ब्राज़ीलियन नेशनल वॉयस डे अंतर्राष्ट्रीय वॉयस डे बन गया.

Global Voice Health Awareness Days

विश्व आवाज़ दिवस का एक लक्ष्य उन सभी लोगों को प्रोत्साहित करना है जो अपनी आवाज़ का उपयोग व्यवसाय या आनंद के लिए करते हैं ताकि वे अपनी आवाज़ का ख्याल रखना सीखें और मदद व प्रशिक्षण प्राप्त करना जानें. इसके अलावा आवाज़ पर शोध का समर्थन करें. 2012 में तीन आवाज़ शोधकर्ताओं प्रो. जोहान सुंडबर्ग (स्वीडन), प्रो. टेकुमसेह फिच (ऑस्ट्रिया) और डॉ. फिलिपा ला (पुर्तगाल) ने ‘विश्व आवाज़ दिवस’ के उत्सव के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समूह बनाने के लिए कई देशों से आवाज़ विशेषज्ञों को आमंत्रित किया. इसका समन्वय प्रो. जोहान सुंडबर्ग और डॉ. ग्लौसिया लाइस सालोमो (ब्राजील) ने किया था. वर्तमान में समूह में 66 सदस्य हैं जो अपने-अपने देशों में विश्व आवाज़ दिवस के लिए कार्यक्रमों की शुरुआत करते हैं और समन्वय में मदद करते हैं.

विश्व आवाज दिवस के उद्देश्य

  • लोगों को आवाज़ की देखभाल के लिए प्रेरित करना
  • गले व स्वरयंत्र (vocal cords)से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूक करना
  • गायकों, शिक्षकों, वक्ताओं, कॉल सेंटर कर्मचारियों आदि जैसे पेशों में आवाज़ की भूमिका को समझाना
  • फोनीएट्रिक्स (Phoniatrics) और ओटोलैरिन्गोलॉजी (ENT) जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान को बढ़ावा देना

इस दिन क्या किया जाता है ?

  • निःशुल्क आवाज़ परीक्षण
  • जागरूकता कार्यक्रम
  • कार्यशालाएं और सेमिनार
  • गायन, भाषण और प्रस्तुति कार्यक्रम
  • डॉक्टरों द्वारा आवाज से जुड़ी समस्याओं पर सलाह

हम सभी जानते हैं कि आवाज केवल बोलने का माध्यम नहीं, बल्कि हमारी पहचान, भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने का सबसे सशक्त साधन है. चाहे हम गाना गाएं, कविता पढ़ें, व्याख्यान दें या बस अपने मन की बात कहें — हमारी आवाज़ ही वह पुल है जो हमें दूसरों से जोड़ती है. इस दिन विशेष रूप से उन लोगों को सम्मान दिया जाता है जिनके पेशे में आवाज़ का अत्यधिक उपयोग होता है. जैसे शिक्षक, गायक, वक्ता, कॉल सेंटर कर्मचारी और चैनल के एंकर.

अपनी आवाज का करें सही उपयोग और अधिक चिल्लाने व धूम्रपान से बचें

इस दिन डॉक्टर और विशेषज्ञ लोगों को यह समझाते हैं कि स्वर यंत्र (vocal cords) की देखभाल कितनी ज़रूरी है. कुछ लोग अधिक चिल्लाने, धूम्रपान करने या गले की सही देखभाल न करने की वजह से आवाज़ से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो जाते हैं. इसलिए ज़रूरी है कि हम अपनी आवाज का सही उपयोग करें और उसे थकने न दें. ध्वनि उत्पादन का अध्ययन और अनुप्रयोग कई विषयों जैसे चिकित्सा, भाषण-भाषा विकृति विज्ञान, संगीत, भौतिकी, मनोविज्ञान , ध्वनिविज्ञान ,कला और जीव विज्ञान में किया जाता है.

आवाज की देखभाल के कुछ सुझाव

  • अधिक पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें.
  • गले में खराश हो तो आराम करें और ज्यादा न बोलें.
  • धूल, धुएं और धूम्रपान से बचें.
  • ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने से बचें.
  • नियमित रूप से सांस और गला संबंधी व्यायाम करें.
  • वोकल थेरैपी-बोलने के अभ्यास तथा सही श्वास तकनीकों की सलाह दी जाती है ताकि आवाज़ की क्षमता बनी रहे.

समाज और विज्ञान में योगदान

आवाज़ के स्वास्थ्य से जुड़ी रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और सेमिनार आयोजित किए जाते हैं.यह दिन गायक, रेडियो जॉकी, और भाषण कला में रुचि रखने वाले लोगों के लिए भी विशेष महत्व रखता है.

कार्यक्रम और गतिविधियां

इस दिन अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में मुफ्त वोकल चेकअप शिविर और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं.स्कूल, कॉलेज और समुदायिक केंद्रों में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, चर्चा और प्रस्तुतीकरण आयोजित किए जाते हैं.

वैश्विक स्तर पर प्रभाव

विश्व आवाज दिवस ने न केवल चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में, बल्कि कला,संगीत और शिक्षा के क्षेत्र में भी एक सकारात्मक प्रभाव डाला है. यह दिन लोगों को अपनी आवाज़ की शक्ति और उसके संरक्षण की आवश्यकता के प्रति सजग करता है. ये सभी बिंदु आपको विश्व आवाज दिवस के महत्व, इतिहास, और उद्देश्य के बारे में संक्षेप में पर्याप्त जानकारी प्रदान करते हैं. विश्व आवाज दिवस एक ऐसा दिन है जब हम अपनी आवाज़ की ताक़त को पहचानते हैं और उसे संजोने का संकल्प लेते हैं. आइए, इस दिवस पर हम यह प्रण लें कि हम अपनी आवाज़ का सम्मान करेंगे, उसकी देखभाल करेंगे और जरूरतमंदों को भी इसके महत्व के बारे में जागरूक करेंगे.

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