Mysterious forts of India: भारत के ये रहस्यमयी और ऐतिहासिक किले केवल दर्शनीय स्थल नहीं हैं, बल्कि ये उन गूढ़ कहानियों, बलिदानों, युद्धों और अद्भुत वास्तुशिल्प का जीवंत उदाहरण हैं जो हमारे इतिहास को गौरवमयी बनाते हैं. यदि आप भी रहस्य और रोमांच की तलाश में हैं, तो इन किलों की यात्रा एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हो सकती है.
Mysterious forts of India: भारत की धरती सिर्फ सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध विरासत के लिए ही नहीं, बल्कि अपने अनगिनत ऐतिहासिक किलों के लिए भी जानी जाती है. इनमें से कुछ किले सिर्फ युद्धों और साम्राज्य विस्तार की गाथाएं नहीं सुनाते, बल्कि खुद में अनसुलझे रहस्य, अद्भुत वास्तुकला और लोककथाओं का समावेश रखते हैं. इन किलों में रहस्य और इतिहास का ऐसा मेल देखने को मिलता है जो आज भी इतिहास प्रेमियों, पर्यटकों और रोमांच के शौकीनों को अपनी ओर आकर्षित करता है.आइए जानते हैं भारत के 5 ऐसे रहस्यमयी किलों के बारे में जो समय के साथ और भी चमत्कारी प्रतीत होते हैं।
भानगढ़ का किला (राजस्थान): भारत का सबसे डरावना किला

भानगढ़ का किला ना सिर्फ भारत, बल्कि पूरे एशिया का सबसे प्रेतवाधित और रहस्यमयी किला माना जाता है. अरावली की पहाड़ियों में बसा यह किला 17वीं सदी में राजा माधो सिंह ने बनवाया था, लेकिन इससे जुड़ी एक तांत्रिक की श्राप कथा आज भी यहां के वातावरण को डरावना बना देती है. सूरज ढलते ही इस किले में प्रवेश वर्जित है. पुरातत्व विभाग ने यहां “सूर्यास्त के बाद प्रवेश निषेध” का बोर्ड लगाया हुआ है. लोगों का मानना है कि यहां रात को आत्माओं की गतिविधियां होती हैं, और कई पर्यटक असामान्य घटनाओं की गवाही दे चुके हैं.
कुंभलगढ़ किला (राजस्थान): दीवार चीन की, पर इतिहास हिन्दुस्तान का

राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित कुंभलगढ़ किला मेवाड़ के राजा राणा कुंभा द्वारा 15वीं शताब्दी में बनवाया गया था. इसकी दीवार लगभग 36 किलोमीटर लंबी है और यह दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार मानी जाती है. यह किला घने जंगलों से घिरा है और इसकी स्थिति ही इसे एक रहस्य बनाती है. ऐसा कहा जाता है कि इस किले की नींव तभी रखी जा सकी थी जब एक संत ने अपनी बलि दी थी. रात के समय यहां की हवा में कुछ अलौकिक अहसास होते हैं जो अब तक विज्ञान के दायरे से बाहर हैं.
राजगढ़ किला (महाराष्ट्र): शिवाजी का अजेय किला, लेकिन रहस्यमयी सुरंगें आज भी पहेली

पश्चिमी घाट की पहाड़ियों में स्थित यह किला छत्रपति शिवाजी महाराज का रणनीतिक केंद्र था. राजगढ़ किले में कई भूमिगत सुरंगें हैं जिनके छोर आज तक खोजे नहीं जा सके हैं. ये सुरंगें युद्धकाल में गुप्त मार्ग के रूप में उपयोग होती थीं. किले की बनावट इतनी जटिल है कि एक सामान्य व्यक्ति बिना मार्गदर्शक के भटक सकता है.स्थानीय लोग मानते हैं कि कुछ सुरंगों के भीतर आज भी किसी अदृश्य शक्ति की मौजूदगी महसूस होती है.
गोलकुंडा किला (तेलंगाना): जहां दीवारें भी फुसफुसाहटें सुनती हैं

हैदराबाद के पास स्थित गोलकुंडा किला अपनी ध्वनि तकनीक और अनोखी वास्तुकला के लिए विश्व प्रसिद्ध है. किले के प्रवेश द्वार पर ताली बजाने से वह आवाज 1 किलोमीटर दूर स्थित ‘बाला हिसार’ तक पहुंचती है.लेकिन इसके अलावा भी यहां रहस्यों की कोई कमी नहीं. कहा जाता है कि किले के तहखानों में एक छिपा हुआ खजाना है, जिसे आज तक कोई खोज नहीं पाया. यहां कई लोगों ने अजीब ध्वनियां और गतिविधियां अनुभव की हैं, जो इस किले को और भी रहस्यमय बनाती हैं.
जैसलमेर किला (राजस्थान): जीवंत किला, जिसमें आज भी लोग बसते हैं

राजस्थान का सोनार किला, यानी जैसलमेर किला, दुनिया के कुछ चुनिंदा “जीवित किलों” में गिना जाता है जहां आज भी हजारों लोग रहते हैं. यह किला दिन में सुनहरा दिखता है और रात को इसके गलियारों में पुराने समय की कहानियाँ गूंजती हैं. इतिहासकारों का मानना है कि यहां कई गुप्त दरवाजे और सुरंगें हैं जो आज भी पूरी तरह खोजे नहीं जा सके हैं. इस किले से जुड़ी कई प्रेम कहानियां, युद्ध गाथाएं और राजसी षड्यंत्र इसके हर पत्थर में दर्ज हैं.
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