Aaj Ka Panchang: आज सूर्योदय सुबह 5:40 बजे और सूर्यास्त शाम 6:56 बजे होगा. वहीं, चंद्रमा का उदय सुबह 8:23 बजे तथा चंद्रास्त रात 11:18 बजे होगा.
Aaj Ka Panchang: गुरुवार, 01 मई 2025 को वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि आज विशेष फल देने वाली मानी जा रही है. विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु के अनुसार, आज का दिन धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. तिथि चतुर्थी आज प्रातः 11 बजकर 23 मिनट तक रहेगी, इसके बाद पंचमी तिथि प्रारंभ होगी. नक्षत्र मृगशिरा दोपहर 2:21 बजे तक रहेगा, जिसके उपरांत आर्द्रा नक्षत्र का प्रवेश होगा. चंद्रमा आज मिथुन राशि में है, जबकि सूर्य मेष राशि में स्थित हैं. सूर्य का नक्षत्र भरणी है और वह द्वितीय चरण में है.
आज सूर्योदय सुबह 5:40 बजे और सूर्यास्त शाम 6:56 बजे होगा. वहीं, चंद्रमा का उदय सुबह 8:23 बजे तथा चंद्रास्त रात 11:18 बजे होगा. पंचांग के अनुसार, आज का योग ‘अतिगंड’ है जो प्रातः 8:34 बजे तक रहेगा, उसके बाद ‘सुकर्मा’ योग प्रारंभ होगा, जो कल सुबह 5:39 बजे तक रहेगा. करण की बात करें तो ‘विष्टि’ करण 11:23 बजे तक रहेगा, फिर ‘बव’ और उसके पश्चात ‘बालव’ करण रहेगा. इन योगों का प्रभाव दैनिक जीवन और शुभ कार्यों पर पड़ता है.
आज का दिन बृहस्पतिवार होने से गुरुवार का व्रत रखने वाले जातकों के लिए पुण्यफल की प्राप्ति का विशेष योग बन रहा है. ऋतुओं की दृष्टि से आज द्रिक पद्धति अनुसार ग्रीष्म ऋतु है जबकि वैदिक ऋतु वसंत की मानी गई है. दिनमान कुल 13 घंटे 16 मिनट का रहेगा और रात्रिमान 10 घंटे 43 मिनट का.
दिनांक | 01 मई 2025 (गुरुवार) |
तिथि | शुक्ल पक्ष चतुर्थी (11:23 AM तक), फिर पंचमी |
नक्षत्र | मृगशिरा (2:21 PM तक), फिर आर्द्रा |
चंद्र राशि | मिथुन |
सूर्य राशि | मेष |
योग | अतिगण्ड (8:34 AM तक), फिर सुकर्मा |
करण | विष्टि (11:23 AM तक), फिर बव, बालव |
सूर्योदय | 05:40 AM |
सूर्यास्त | 06:56 PM |
चंद्रोदय | 08:23 AM |
चंद्रास्त | 11:18 PM |
राहुकाल | 01:58 PM – 03:37 PM |
यमगण्ड | 05:40 AM – 07:20 AM |
गुलिक काल | 08:59 AM – 10:39 AM |
भद्रा काल | 05:40 AM – 11:23 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 11:52 AM – 12:45 PM |
विजय मुहूर्त | 02:31 PM – 03:24 PM |
अमृत काल | 06:16 AM – 07:44 AM |
निशिता काल | 11:57 PM – 12:39 AM (2 मई) |
वर्ज्य | 10:18 PM – 11:49 PM |
बाण दोष | रोग (दक्षिण दिशा – पूरा दिन) |
शुभ योग | रवि योग (5:40 AM – 2:21 PM) |
अशुभ योग | मृत्यु योग, मरण योग (2:21 PM तक) |
दिशा शूल | दक्षिण (उपाय: गुड़/धनिया सेवन) |
अयन | उत्तरायण |
ऋतु (द्रिक/वैदिक) | ग्रीष्म / वसंत |
दिनमान | 13 घंटे 16 मिनट |
रात्रिमान | 10 घंटे 43 मिनट |
शुभ मुहूर्तों में आज ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:14 से 4:57 तक रहेगा, जबकि अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:52 से 12:45 तक है. विजय मुहूर्त दोपहर 2:31 से 3:24 तक रहेगा. अमृत काल सुबह 6:16 से 7:44 तक और रात्रि का निशिता मुहूर्त रात 11:57 से 12:39 तक रहेगा. इसके अतिरिक्त रवि योग भी प्रातः 5:40 से दोपहर 2:21 तक रहेगा, जो विशेष शुभ माना गया है.
वहीं, अशुभ कालों की बात करें तो राहुकाल दोपहर 1:58 से 3:37 तक रहेगा, यमगंड काल सुबह 5:40 से 7:20 तक और गुलिक काल सुबह 8:59 से 10:39 तक रहेगा. आज ‘भद्रा’ काल भी प्रातः 5:40 से 11:23 बजे तक रहेगा, अतः इस समय में कोई भी शुभ कार्य आरंभ करने से बचना चाहिए. वर्ज्य काल रात 10:18 से 11:49 तक रहेगा और ‘रोग’ बाण दक्षिण दिशा में प्रभावी रहेगा.
तमिल पंचांग के अनुसार, आज ‘मरण’ योग दोपहर 2:21 तक रहेगा, जो अशुभ माना जाता है. आनंदादि योग की दृष्टि से भी आज ‘मृत्यु’ योग प्रबल रहेगा. इसलिए दोपहर पूर्व किए गए कार्यों में सावधानी बरतनी चाहिए. दिशा शूल दक्षिण दिशा में रहेगा, अतः दक्षिण दिशा में यात्रा करने से पहले गुड़ या धनिया का सेवन कर निकलना शुभ होगा.
ऐसे में आज का दिन जहाँ कुछ विशेष योगों के कारण धार्मिक और पूजन कार्यों के लिए अनुकूल है, वहीं कुछ अशुभ योगों के कारण सावधानी की आवश्यकता भी है. भक्तजन गणेश चतुर्थी व्रत रखकर भगवान श्रीगणेश की पूजा करें तो विघ्नों का नाश संभव है और शुभ कार्यों में सफलता प्राप्त होती है.