मोदी सरकार जाति जनगणना कराएगी. इसके अलावा कैबिनेट ने चीनी सीजन 2025-26 के लिए चीनी मिलों द्वारा गन्ना किसानों को देय गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य को मंजूरी दी
New Delhi: मोदी सरकार ने बुधवार को एक बड़े फैसले में आगामी जनगणना में जाति गणना को पारदर्शी तरीके से शामिल करने का फैसला किया. राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा लिए गए निर्णयों की घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि जनगणना केंद्र के अधिकार क्षेत्र में है. विपक्षी दलों द्वारा शासित राज्यों पर राजनीतिक कारणों से जाति सर्वेक्षण करने का आरोप लगाते हुए मंत्री ने कहा कि यह मोदी सरकार का संकल्प है कि आगामी अखिल भारतीय जनगणना अभ्यास में जाति गणना को पारदर्शी रूप से शामिल किया जाए.
5 करोड़ गन्ना किसानों के साथ करीब 6 लाख श्रमिकों को लाभ
कहा कि जनगणना अभ्यास अप्रैल 2020 में शुरू होना था, लेकिन कोविड महामारी के कारण इसमें देरी हुई. मोदी सरकार जाति जनगणना कराएगी. इसके अलावा कैबिनेट ने गन्ना किसानों के लिए भी लाभकारी मूल्य की घोषणा की. सीजन 2025-26 के लिए गन्ना किसानों को 355 रुपये प्रति क्विंटल का उचित एवं लाभकारी मूल्य दिया जाएगा. सरकार के इस निर्णय से 5 करोड़ गन्ना किसानों के साथ-साथ चीनी मिलों में कार्यरत करीब 6 लाख श्रमिकों को भी लाभ होगा. कैबिनेट ने बुधवार को कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए.
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने मेघालय के मावलिंग्खुंग (शिलांग के पास) से असम के पंचग्राम (सिलचर के पास) तक 166.80 किलोमीटर (एनएच-6) के ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड कॉरिडोर के विकास को मंजूरी दे दी. जिसकी कुल लागत 22,864 करोड़ रुपये है.
शिलांग से सिलचर तक बनेगा ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड कॉरिडोर
प्रस्तावित ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड कॉरिडोर गुवाहाटी से सिलचर तक आवागमन सुगम करेगा. यह गलियारा असम और मेघालय के बीच आवागमन को सुगम करेगा और मेघालय में उद्योगों के विकास सहित आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, क्योंकि यह मेघालय के सीमेंट और कोयला उत्पादन क्षेत्रों से होकर गुजरता है. यह गलियारा गुवाहाटी हवाई अड्डे, शिलांग हवाई अड्डे, सिलचर हवाई अड्डे (मौजूदा NH-06 के माध्यम से) से आने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की जरूरतों को भी पूरा करेगा, जो गुवाहाटी को सिलचर से जोड़ता है.
कारिडोर से मेघालय, असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के विकास को बढ़ावा
इसके अलावा यह पूर्वोत्तर में पर्यटकों के आकर्षण के सुंदर स्थानों को जोड़ेगा और पर्यटन को बढ़ावा देगा. यह महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना गुवाहाटी, शिलांग और सिलचर के बीच अंतर-शहर संपर्क में सुधार करेगी, जो री भोई, पूर्वी खासी पहाड़ियों, पश्चिम जैंतिया पहाड़ियों, मेघालय में पूर्वी जैंतिया पहाड़ियों और असम में कछार जिले से होकर गुजरती है. इसके अलावा मेघालय, असम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है.
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