India vs Pakistan: अगर युद्ध होता है, तो भारत की रणनीति साफ होगी- पहले इन ठिकानों को खत्म करना, जिससे पाकिस्तान की परमाणु धमकी सिर्फ शब्दों तक सीमित रह जाए. भारत अपनी रक्षा में पीछे नहीं हटेगा, और पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि आधुनिक युद्ध सिर्फ मिसाइलों से नहीं, दिमाग और डेटा से जीता जाता है.
India vs Pakistan: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में जबरदस्त तनाव है. पाकिस्तान भले ही परमाणु हथियारों की धमकी दे रहा हो, लेकिन उसकी असली कमजोरी- उसके मिसाइल बेसों में छिपी है. अगर कभी युद्ध की नौबत आई, तो भारत की पहली रणनीति पाकिस्तान की परमाणु क्षमता को अंधा करने की होगी, और इसके लिए इन मिसाइल ठिकानों को निशाना बनाना सबसे अहम कदम होगा. जानिए कौन से हैं ये ठिकाने, और कितना खतरनाक है पाकिस्तान का मिसाइल नेटवर्क.
परमाणु धमकी नहीं, मिसाइल ठिकाने असली खतरा

पाकिस्तान के पास भले ही 170 के करीब वॉरहेड्स हों, लेकिन ये सिर्फ तब खतरनाक हैं जब इन्हें लॉन्च किया जा सके. इन हथियारों को ले जाने के लिए जिन मिसाइलों की जरूरत होती है, वो खास जगहों पर तैनात हैं. अमेरिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने अपने मिसाइल बेसों को खास रणनीतिक जगहों पर स्थापित किया है, ताकि भारतीय हमले से बचाया जा सके- मगर अब वो भी सुरक्षित नहीं रहे.
अगर युद्ध हुआ, तो ये 5 ठिकाने सबसे पहले टारगेट पर
- खुजदार – बलूचिस्तान की गहराई में छुपा डर
बलूचिस्तान में स्थित यह बेस एक अंडरग्राउंड वेपन वेयरहाउस है. यह इंडियन बॉर्डर से काफी दूर, लेकिन पाकिस्तान की न्यूक्लियर कमांड के लिए बेहद अहम है। यहां से मिसाइलों को जल्दी लॉन्च करने के लिए तैयारी रखी जाती है. - पानो अकिल – भारत के सबसे करीब
सिंध प्रांत का यह बेस सिर्फ 60 किलोमीटर की दूरी पर है. यहां से पाकिस्तान की बाबर और शाहीन-1 मिसाइलें संचालित होती हैं. इसकी निकटता भारत के लिए खतरा भी है और अवसर भी-अगर समय रहते जवाब दिया गया, तो यह बेस पूरी तरह नष्ट किया जा सकता है. - झांगर – पीओके में भारत की नजरों के सामने
यह बेस पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में है और भारत की निगरानी में रहता है. यहां से तैनात मिसाइलें उत्तरी भारत को निशाना बना सकती हैं, लेकिन इसकी लोकेशन इसे बेहद संवेदनशील और कमजोर बनाती है. - सर्गोधा – एयरबेस से मिसाइल लॉंचिंग
सर्गोधा पाकिस्तान का बड़ा एयरबेस भी है और मिसाइल बेस भी. यहां से एयर लॉन्च क्रूज़ मिसाइलें (ALCMs) को भी संचालित किया जाता है. यह जगह पाकिस्तान की न्यूक्लियर एयर स्ट्राइक क्षमता का केंद्र है. - गज्जनवाला – पंजाब प्रांत में स्ट्रैटेजिक लॉकेशन
यहां मौजूद बेस से पाकिस्तान की शॉर्ट रेंज मिसाइलें, जैसे गज़नवी और अब्दाली, ऑपरेट की जाती हैं। इसकी स्थिति इसे भारतीय हमले के लिए प्राथमिक लक्ष्य बनाती है.
पाकिस्तानी तैयारी: डर से हाई अलर्ट

पाकिस्तान ने भारत के संभावित जवाबी एक्शन को देखते हुए अपने सभी मिसाइल बेसों को हाई अलर्ट पर रखा है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैन्य अफसरों ने अपने परिवारों को विदेश भेजना शुरू कर दिया है. लॉन्च साइट्स के आसपास भारी मूवमेंट और कवर सिस्टम भी बढ़ाए जा रहे हैं. लेकिन भारत के पास रॉ, ISRO और DRDO की मदद से इन बेसों की सटीक लोकेशन और लॉजिस्टिक्स मौजूद हैं.
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क्या पाकिस्तान युद्ध के लिए तैयार है?
पाकिस्तान के पास भले ही कुछ अत्याधुनिक मिसाइलें हों – जैसे शाहीन-3 (2750 किमी रेंज), बाबर (क्रूज़ मिसाइल), और अबाबील (मल्टीपल वारहेड क्षमता) – लेकिन इसकी लॉजिस्टिकल सप्लाई चेन कमजोर है। भारत के पास सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर हाई-एंड साइबर वारफेयर और उपग्रह निगरानी की आधुनिक क्षमताएं हैं, जिससे पाकिस्तान की लॉन्चिंग तैयारी को रोका या निष्क्रिय किया जा सकता है।
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