India vs Pakistan: पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की जान लेने वाले हमले के बाद भारत की नीति में बड़ा बदलाव आया है. अब सिर्फ जवाबी गोलीबारी नहीं, बल्कि सुनियोजित और निर्णायक प्रतिशोध की तैयारी हो चुकी है. पीएम मोदी के इन 5 संकल्पों ने साफ कर दिया है- भारत अब चुप नहीं रहेगा, और आतंक के हर मददगार को उसकी कीमत चुकानी होगी
India vs Pakistan: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो पांच बड़े संकल्प सामने रखे हैं, उन्होंने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है. पीएम मोदी ने सेना को आतंकवाद के खिलाफ खुली छूट दे दी है, जिससे भारत अब जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है. इस रणनीति से पाकिस्तान की सरकार और सेना में खलबली मच गई है और एलओसी पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
सेना को फ्री हैंड: ऑपरेशन की पूरी छूट

पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने जो पहला बड़ा फैसला लिया, वो है सेना को पूर्ण स्वतंत्रता देना. अब भारतीय सेना को तय करने की छूट है कि कब, कहां और कैसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करनी है. यह कदम एक मजबूत और आत्मनिर्भर सैन्य नीति की ओर इशारा करता है जिसमें सेना को अब राजनीतिक हस्तक्षेप के बिना कार्रवाई करने का अधिकार मिल गया है.
टारगेटिंग का फैसला सिर्फ सेना का
प्रधानमंत्री ने साफ कर दिया कि किसे निशाना बनाना है और कैसे – इसका फैसला अब सिर्फ सेना करेगी. इससे यह संदेश गया है कि भारत अब सिर्फ जवाब नहीं देगा, बल्कि हमले की जड़ पर वार करेगा. सीमापार बैठे आतंकियों और उनके संरक्षकों के लिए यह चेतावनी है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा.
आतंकवाद का समूल नाश राष्ट्रीय संकल्प
बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद को जड़ से खत्म करना अब देश का संकल्प है. यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि राष्ट्रीय नीति बन गई है. पीएम ने दोहराया कि उन्हें भारतीय सेना की ताकत और समर्पण पर पूरा विश्वास है, और यह लड़ाई सिर्फ सीमा की नहीं, बल्कि विचारधारा और सुरक्षा की है.
पाकिस्तान में मची अफरा-तफरी

भारत की इस सख्त नीति से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है. खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी अपने परिवारों को विदेश भेज रहे हैं, और एलओसी पर सेना की तैनाती बढ़ा दी गई है. पाकिस्तान अब भारत के किसी भी अप्रत्याशित कदम से डर रहा है, क्योंकि भारत की रणनीति अब “चुपचाप करारा जवाब” की है.
“कभी भी, कहीं भी” की खुली चेतावनी
प्रधानमंत्री ने सेना को निर्देश देते हुए कहा कि अब भारत किसी भी समय, कहीं भी कार्रवाई कर सकता है. इसका मतलब है कि अब भारत के जवाबी हमलों की कोई समयसीमा नहीं, न ही सीमाएं ऑपरेशन की योजना पूरी तरह सेना की होगी और कार्रवाई चौंकाने वाली हो सकती है.
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