Pahalgam Attack : पहलगाम हमले की पूरी दुनिया में निंदा की जा रही है और इसी बीच आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने भी घटना को शर्मसार करने वाला बताया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी व्यक्ति को आंतकियों के जनाजे में शामिल नहीं होना चाहिए .
Pahalgam Attack 2025 : पहलगाम आंतकी हमले के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ भारत लगातार कड़े फैसले ले रहा है जिसमें मुख्य रूप से सिंधु जल संधि को रद्द करना शामिल है. इसी बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के नेता इंद्रेशकुमार का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और देश के लोगों से आग्रह किया कि वह इन आंतकियों के जनाजे में भी किसी भी कीमत पर न जाएं. साथ ही उन्हें दफनाने से भी बचें.
आतंकियों को महिमंडन न किया जाए
वहीं, इंद्रेश कुमार ने कहा कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है और जब आप किसी आतंकवादी के लिए नमाज अदा करते हैं और अंतिम संस्कार में शामिल होते हैं तो यह उस बात की पुष्टि होती है कि वह किसी खास धर्म का व्यक्ति है और यह किसी भी कीमत पर बंद होना चाहिए. मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक इंद्रेश ने कहा कि यह मुद्दा करीब बीते 40-50 वर्षों से चल रहा है और उसके बाद भी नमाज अदा की जाती रही है, यह एक तरह से गंभीर सवाल खड़ा करता है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के हर एक व्यक्ति से अनुरोध किया कि वह किसी भी आतंकी के जनाजे में शामिल न हो और न ही नमाज अदा की जाए. लेकिन अब समय आ गया है कि इन आतंकियों को नकार दिया जाए और उसका किसी भी कीमत पर महिमामंडन न किया जाए.
पाकिस्तान टूटने की कगार पर खड़ा
इंद्रेश कुमार ने कहा कि अगर ऐसा कदम बीते 20-30 सालों पहले उठा लिया होता तो इस तरह की समस्या इतना विकराल रूप न लेती. उन्होंने पहलगाम में हुई घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह मानवता को शर्मसार करने वाला हमला था. इसके अलावा कुमार ने पहलगाम में एक स्मारक निर्माण करने का आह्वान किया है ताकि पाकिस्तान की क्रूरता का उजागर किया जा सके. वहीं, इंद्रेश ने भारतीय सेना के साहस की प्रशंसा की और सरकार ने फैसला कर लिया है कि वह इस तरह कदम उठाने वाले आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा. इसी बीच उन्होंने यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान टूटने की कगार पर पहुंच गया है और अब वक्त आ गया है पीओके को भारत वापस ले ले. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बलूचिस्तान, सिंध, पीओके, खैबर पख्तूनख्वा और पाकिस्तान के कब्जे वाले पंजाब भी आजादी की मांग कर रहा है. अगर पाकिस्तान अपनी अर्थव्यवस्था पर ध्यान नहीं देता है तो यह राज्य आजादी की मांग करने लग जाएंगे.
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