Bangladesh: खालिदा के वतन वापस लौटने की खबरें ऐसे वक्त में सामने आ रही हैं जब मोहम्मद यूनुस के ऊपर जल्द से जल्द चुनाव कराने का दवाब है.
Bangladesh: बांग्लादेश में तख्तापलट कर शेख हसीना को सत्ता से बाहर करने वाले मोहम्मद यूनुस की कुर्सी भी अब खतरे में हैं. बांग्लादेश की सियासत में एक बड़ा बदलाव आने की आहट सुनाई दे रही है. तीन बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रह चुकी महिला फिर वापस आने वाली है. जिसके चलते बांग्लादेश में सियासी हलचल तेज हो गई है. लंदन में इलाज के लिए गई खालिदा जिया के बांग्लादेश वापस लौटने की चर्चा है. 5 मई को खालिदा जिया अपने मुल्क लौटने वाली हैं. खालिदा BNP (बांग्लादेश नेशनल पार्टी) की प्रमुख हैं.
बीएनपी की मांग को नजरअंदाज करते रहे हैं मोहम्मद यूनुस
गौर करने वाली बात है कि खालिदा के वतन वापस लौटने की खबरें ऐसे वक्त में सामने आ रही हैं जब मोहम्मद यूनुस के ऊपर जल्द से जल्द चुनाव कराने का दवाब है. बीएनपी भी चुनाव कराने की बात करती रही है लेकिन यूनुस उनकी बातों को नजर अंदाज करते आए हैं. ऐसे समय में खालिदा जिया का बांग्लादेश लौटना यूनुस के लिए मुसीबत का सबब बनेगा.
चुनाव के सवाल को टाल रहे हैं यूनुस
बता दें शेख हसीना के तख्तापलट के बाद बिना चुनाव कराए, यूनुस बांग्लादेश की बागडोर संभाले हुए हैं. अगस्त 2024 में मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का कार्यवाहक सलाहकार नियुक्त किया गया था. यूनुस का काम उस समय बांग्लादेश में लोकतंत्र को बहाल कराना और चुनाव संपन्न कराना था, लेकिन यूनुस ये भी नहीं करा सके हैं. पहले जब यूनुस से चुनाव के बारे में सवाल किया गया था तो उन्होंने दिसंबर 2025 तक चुनाव की बात कही थी लेकिन अब से समय सीमा बढ़ाकर जून 2026 कर दी गई है. यूनुस ने तो ये भी कहा कि बांग्लादेश में अभी चुनाव कराने की कोई आवश्यकता नहीं है.
तीन बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं खालिदा जिया
बात करें खालिदा जिया की तो वह तीन बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रह चुकी हैं. शेख हसीना की सरकार के दौरान उनको जेल की चारदीवारी में कैद किया गया था. लेकिन शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद ही खालिदा को रिहा कर दिया गया. इसके बाद इलाज के लिए खालिदा लंदन चली गई थीं. उनके पिता बांग्लादेश के सेना प्रमुख और राष्ट्रपति रह चुके हैं.
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