India In UN : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और उसकी आतंक की नीतियों को लेकर संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने बड़ा बयान दिया है.
India In UN: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से एक बार फिर पाकिस्तान पर आतंकियों को फंडिंग करने की चर्चा ने तूल पकड़ लिया है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप स्थाई प्रतिनिधि योजना पटेल ने कहा कि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने फंडिंग की बात को एक इंटरव्यू में कुबूल किया है. उन्होंने आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने और उन्हें धन मुहैया कराने की बात स्वीकार किया है.
किसी को नहीं हुई हैरानी
इस दौरान जब पाकिस्तान की रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने फंडिंग की बात को कुबूला तो किसी को हैरानी नहीं हुई क्योंकि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला और क्षेत्र को अस्थिर करने में सबसे आगे है. वहीं, जब योजना पटेल ने कहा कि साल 2008 के मुंबई हमले के बाद पहलगाम आतंकी हमले में सबसे ज्यादा लोगों की मौत हुई है.
प्रकट किया आभार
इस दौरान पहलगाम में हुए हमले के बाद से दुनियाभर के देशों के नेताओं की ओर मिले समर्थन के लिए भारत ने धन्यवाद किया है.उन्होंने आगे कहा कि ये आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की जीरो टॉलरेंस नीति को बढ़ावा देता है. हम किसी भी तरह के आतंकवाद की निंदा करते हैं.
लगातार बढ़ रहा है तनाव
यहां आपको बता दें कि पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. इस बीच भारत पूरे दुनिया के समर्थन को जुटाने में लगा है. ये इसलिए नहीं कि इसे शांत किया जा सके बल्कि इसलिए है ताकि संभावित सैन्य कार्रवाई के लिए अपने औचित्य को मजबूत किया जा सके.
रक्षा मंत्री ने इंटरव्यू के दौरान क्या कहा?
वहीं, पाकिस्तान की रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इंटरव्यू में ये स्वीकार किया था कि पाकिस्तान का आतंकवाद को सहायते करने और टेरर फंडिंग करने में लंबा इतिहास रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हम ये गंदा काम करीब 30 साल से अमेरिका के लिए करते आ रहे हैं. भारते के साथ ऑल आउट वॉर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा खत्म हो चुका है.
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