Aaj Ka Panchang: ऋतु की दृष्टि से आज द्रिक गणना अनुसार ग्रीष्म ऋतु और वैदिक गणना अनुसार वसंत ऋतु चल रही है. दिनमान कुल 13 घंटे का रहेगा जबकि रात 10 घंटे 58 मिनट की होगी.
Aaj Ka Panchang: आज सोमवार, 21 अप्रैल 2025 को वैशाख मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, जो शाम 06 बजकर 58 मिनट तक रहेगी. इसके पश्चात नवमी तिथि का आरंभ होगा. विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु के अंतर्गत आज का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सूर्य मेष राशि में और चंद्रमा मकर राशि में विचरण कर रहा है. आज का नक्षत्र उत्तराषाढ़ा है जो दोपहर 12:37 तक रहेगा, इसके पश्चात श्रवण नक्षत्र का आगमन होगा.
आज सूर्योदय प्रातः 05:50 पर हुआ जबकि सूर्यास्त शाम 06:50 पर होगा. चंद्रोदय कल यानी 22 अप्रैल की रात 02:09 पर होगा और चंद्रास्त आज दिन में 11:57 बजे हुआ. योग की बात करें तो आज साध्य योग है जो रात्रि 11:00 बजे तक रहेगा. करण के रूप में पहले बालव, फिर कौलव और अंत में तैतिल रहेगा. चंद्रमा का राशि प्रवेश मकर में है जबकि सूर्य मेष राशि में स्थित है. सूर्य अश्विनी नक्षत्र के तीसरे चरण में है.
ऋतु की दृष्टि से आज द्रिक गणना अनुसार ग्रीष्म ऋतु और वैदिक गणना अनुसार वसंत ऋतु चल रही है. दिनमान कुल 13 घंटे का रहेगा जबकि रात 10 घंटे 58 मिनट की होगी. आज ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:22 से 05:06 तक है, जो साधना और ध्यान के लिए श्रेष्ठ माना गया है. वहीं अभिजीत मुहूर्त 11:54 से 12:46 तक रहेगा, जो किसी भी कार्य की शुरुआत के लिए शुभ माना गया है. विजय मुहूर्त दोपहर 02:30 से 03:22 तक रहेगा और गोधूलि मुहूर्त शाम 06:49 से 07:11 तक रहेगा.
तिथि | अष्टमी (06:58 PM तक), फिर नवमी |
दिन | सोमवार |
मास | वैशाख |
पक्ष | कृष्ण पक्ष |
विक्रम संवत | 2082 कालयुक्त |
शक संवत | 1947 विश्वावसु |
चंद्रमास | वैशाख (पूर्णिमान्त), चैत्र (अमान्त) |
सूर्योदय | 05:50 AM |
सूर्यास्त | 06:50 PM |
चंद्रोदय | 02:09 AM (22 अप्रैल) |
चंद्रास्त | 11:57 AM |
नक्षत्र | उत्तराषाढ़ा (12:37 PM तक), फिर श्रवण |
योग | साध्य (11:00 PM तक) |
करण | बालव (07:04 AM तक), कौलव (06:58 PM तक), तैतिल |
चंद्र राशि | मकर |
सूर्य राशि | मेष |
ऋतु (द्रिक) | ग्रीष्म |
ऋतु (वैदिक) | वसन्त |
अयन (द्रिक/वैदिक) | उत्तरायण |
दिनमान | 13 घंटे 00 मिनट्स 52 सेकंड्स |
रात्रिमान | 10 घंटे 58 मिनट्स 08 सेकंड्स |
ब्रह्म मुहूर्त | 04:22 AM – 05:06 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 11:54 AM – 12:46 PM |
विजय मुहूर्त | 02:30 PM – 03:22 PM |
गोधूलि मुहूर्त | 06:49 PM – 07:11 PM |
सायाह्न संध्या | 06:50 PM – 07:56 PM |
अमृत काल | 06:00 AM – 07:39 AM, फिर 02:17 AM – 03:53 AM (22 अप्रैल) |
सर्वार्थ सिद्धि योग | 12:37 PM – 05:49 AM (22 अप्रैल) |
राहुकाल | 07:27 AM – 09:05 AM |
यमगण्ड | 10:42 AM – 12:20 PM |
गुलिक काल | 01:58 PM – 03:35 PM |
दुर्मुहूर्त | 12:46 PM – 01:38 PM, 03:22 PM – 04:14 PM |
वर्ज्य काल | 04:38 PM – 06:15 PM |
बाण | चोर (07:20 AM तक) |
दिशा शूल | पूर्व |
आनन्दादि योग | मृत्यु (06:29 AM तक), काण (02:15 PM तक), सिद्धि |
तमिल योग | मरण (06:29 AM तक), अमृत |
शुभ योगों की बात करें तो आज दोपहर 12:37 से लेकर अगली सुबह 05:49 तक ‘सर्वार्थ सिद्धि योग’ बन रहा है, जो व्यापार, निवेश और किसी भी नए कार्य की शुरुआत के लिए अत्यंत शुभ है. वहीं, अमृत काल आज सुबह 06:00 से 07:39 तक और रात में 02:17 से 03:53 तक रहेगा. दूसरी ओर, अशुभ समय यानी राहुकाल सुबह 07:27 से 09:05 तक रहेगा, जबकि यमगण्ड काल 10:42 से 12:20 तक रहेगा. गुलिक काल 01:58 से 03:35 तक रहेगा. इस दौरान कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ करने से बचना चाहिए.
आज का बाण ‘चोर’ दिशा में है जो प्रातः 07:20 तक रहेगा. दिशा शूल पूर्व दिशा में है, अतः उस दिशा में यात्रा से यथासंभव परहेज करें या यात्रा से पूर्व दही का सेवन कर सकते हैं. तमिल पंचांग के अनुसार आज का तमिल योग ‘मरण’ और ‘अमृत’ है। आनन्दादि योग में भी मृत्यु और काण जैसे अशुभ योग सुबह 06:29 और 02:15 बजे तक बने हुए हैं, लेकिन उसके पश्चात सिद्धि नामक शुभ योग बन रहा है.
कुल मिलाकर आज का दिन कुछ हद तक मिला-जुला रहने वाला है. धार्मिक कार्य, व्रत या उपवास के लिए दिन विशेष है, विशेषकर भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए, क्योंकि अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है. हालांकि, राहुकाल और अन्य अशुभ कालों से सावधानी बरतना आवश्यक है. ग्रहों की स्थिति और योगों को ध्यान में रखकर दिन की योजना बनाना लाभदायक रहेगा.
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