नवविवाहित जोड़े ने मंगलवार को दोपहर में घुड़सवारी करने का फैसला किया,जबकि परिवार के बाकी लोग अपने होटल के पास घूम रहे थे. कहा कि जोड़े की खुशी जल्द ही मातम में बदल गई.
Kanpur: पहलगाम हमले में आतंकियों ने पत्नी के सामने ही पति को मारा डाला. मृतक शुभम द्विवेदी (31) कानपुर में सीमेंट के कारोबार से जुड़े थे.शुभम उन 26 पर्यटकों में शामिल थे.हत्या के बाद मृतक के घर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. दो महीने पहले ही शुभम की शादी हुई थी. हमला मंगलवर को अनंतनाग जिले के पहलगाम के बैसरन घास के मैदान पर हुआ था. 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद यह कश्मीर में सबसे भीषण हमला था.
कारोबारी शुभम 16 अप्रैल को अपनी पत्नी और परिवार के नौ सदस्यों के साथ एक सप्ताह की छुट्टी पर कश्मीर गए थे. साथ में शुभम के माता-पिता, बहन, बहनोई और उसकी बहन के ससुराल वालों ने पहलगाम पहुंचने से पहले सोनमर्ग और गुलमर्ग भी देखा. कहा कि जोड़े की खुशी जल्द ही मातम में बदल गई. क्योंकि तीन आतंकवादी उनके पास पहुंचे. शुभम के सिर पर गोली मारने से पहले उनकी पहचान जानना चाहा, जिससे उसकी पत्नी के सामने ही उसकी मौत हो गई. शोक संतप्त परिवार अपनी यात्रा पूरी करने के बाद बुधवार को दिल्ली वापस जाने वाला था. कानपुर से उनके रिश्तेदार परिवार को लेने और शुभम का शव उसके गृहनगर वापस लाने के लिए राजधानी के लिए रवाना हो गए हैं.
जिला मजिस्ट्रेट ने शुभम के शोक संतप्त परिजनों से की मुलाकात
जिला मजिस्ट्रेट जितेंद्र प्रताप सिंह ने पुलिस आयुक्त के साथ बुधवार को शुभम के शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री योगी ने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता मिले. पुलिस आयुक्त और अन्य अधिकारियों के साथ, जिला मजिस्ट्रेट ने शोकाकुल परिवार के साथ आधे घंटे से अधिक समय बिताया. सिंह ने कहा कि हालांकि इस दुख की घड़ी में कोई शब्द पर्याप्त नहीं है. मैंने परिवार को आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री और जिला प्रशासन शुभम के शव को कानपुर वापस लाने के लिए सभी कदम उठा रहे हैं.
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